कांग्रेस पार्टी की केंद्रीय कार्य समिति (CWC) की बैठक मंगलवार को गुजरात में की गई. अहमदाबाद के सरदार वल्लभ भाई पटेल के राष्ट्रीय स्मारक में यह मीटिंग आयोजित की गई. इस बैठक में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे नजर आए.
पार्टी अध्यक्ष खरगे ने मीटिंग की कमान संभाली. उन्होंने कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी, लोक सभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी जी एवं Extended CWC के सभी सदस्य स्वागत किया. इसी बीच खरगे ने कहा कि कांग्रेस को अपने 140 साल के इतिहास में जिन प्रांतों से सबसे अधिक शक्ति मिली उसमें गुजरात अव्वल है. आज हम फिर से यहां प्रेरणा और शक्ति लेने आए हैं. हमारी असली शक्ति हमारी देश की एकता और अखंडता और सामाजिक न्याय की विचारधारा है. साथ ही उन्होंने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा.
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महात्मा गांधी और सरदार वल्लभ भाई को किया याद
मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्रीय कार्य समिति में पार्टी की आगे की रणनीति को लेकर कई अहम बातें सामने रखी.
- खरगे ने कहा, यह साल महात्मा गांधी जी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने की शताब्दी है. दिसंबर 1924 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी मेरे गृह राज्य कर्नाटक के बेलंगाव कांग्रेस अधिवेशन में अध्यक्ष बने थे. यह शताब्दी समारोह हमने 26 दिसंबर को कर्नाटक में मनाया.
- गुजरात की धरती पर पैदा हुई तीन महान हस्तियों ने कांग्रेस का नाम दुनिया भर में रोशन किया.
- दादा भाई नौरोजी, महात्मा गांधी और सरदार वल्लभ भाई पटेल- ये सभी हमारी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष रहे.
- गांधी जी ने हमें अन्याय के खिलाफ सत्य और अहिंसा का हथियार दिया. ये इतना मजबूत वैचारिक हथियार है कि इसके सामने कोई ताकत टिक नहीं सकती
- आज Communal Division करके देश के बुनियादी मसलों से ध्यान भटकाया जा रहा है. दूसरी तरफ Oligarchic Monopoly देश के संसाधनों पर कब्जा करते हुए शासन को नियंत्रित करने की राह पर हैं.
- गांधीजी के नेतृत्व में जैसे चम्पारण सत्याग्रह सफल रहा था और उसने गांव-गांव में कांग्रेस की जड़ों को जमाने में मदद की वैसे ही गुजरात में सरदार पटेल के नेतृत्व में चला बारडोली सत्याग्रह और दूसरे किसान आंदोलन इतिहास में अमर हैं.
- इसी साल 31 अक्टूबर को सरदार पटेलजी की 150 वीं जयंती है. नेहरू जी उनको भारत की एकता का संस्थापक कहते थे. उनकी 150 वीं जयंती हम लोग देश भर में पूरे उल्लास से मनाएंगे.
- सरदार साहेब कांग्रेस के अध्यक्ष थे. उनके नेतृत्व में कराची कांग्रेस में मौलिक अधिकारों पर जो प्रस्ताव पारित हुए थे वह भारतीय संविधान की आत्मा है.
- सरदार पटेल संविधान सभा की महत्वपूर्ण Advisory Committee on Fundamental Rights, Minorities and Tribal and excluded areas के अध्यक्ष थे.
बीजेपी पर साधा निशाना
- कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, पिछले कई सालों से कई राष्ट्रीय नायकों को लेकर एक सोचा समझा षड्यंत्र चलाया जा रहा है.
- खरगे ने कहा, 140 सालों से देश में सेवा और संघर्ष के गौरवशाली इतिहास वाली कांग्रेस पार्टी के खिलाफ वातावरण बनाया जा रहा है. ये काम वो लोग कर रहे है जिनके पास अपनी उपलब्धियां दिखाने को कुछ भी नहीं है. आजादी को लड़ाई में अपना योगदान बताने को कुछ भी नहीं है.
- खरगे ने कहा, वे सरदार पटेल और पंडित नेहरू के संबंधों को ऐसा दिखाने का षडयंत्र करते हैं जैसे दोनों नायक एक दूसरे के खिलाफ थे. जबकि सच्चाई ये है कि वो एक सिक्के के दो पहलू थे. तमाम घटनाएं और दस्तावेज इनके मधुर संबंधों की गवाह हैं.
- पटेल साहब के प्रति नेहरूजी के मन में अपार आदर था।उनको कुछ सलाह लेनी होती तो वे खुद पटेलजी के घर जाते थे. पटेलजी की सुविधा के लिए CWC की बैठकें उनके निवास पर रखी जाती थीं.
- खरगे ने कहा, सरदार पटेल की विचारधारा RSS के विचारों के विपरीत थी. उन्होंने तो RSS पर बैन लगा दिया था, लेकिन हंसी आती है कि आज उस संस्था के लोग सरदार पटेल की विरासत पर दावा करते हैं.
- बाबा साहेब डॉक्टर आंबेडकर को संविधान सभा का सदस्य बनाने में गांधी जी और सरदार पटेल की अहम भूमिका थी. डॉक्टर आंबेडकर ने खुद 25 नवंबर 1949 को संविधान सभा के अपने अंतिम भाषण में कहा था कि कांग्रेस पार्टी के सहयोग के बिना संविधान नहीं बन सकता था.
- लेकिन जब संविधान बना तो RSS ने गांधी जी, पंडित नेहरु, डॉ० आंबेडकर और कांग्रेस की बहुत आलोचना की. रामलीला मैदान पर संविधान और इन नेताओं के पुतले जलाए. ये भी कहा कि संविधान में मनुवादी आदर्शों से प्रेरणा नहीं ली गई.
- मोदी सरकार ने संसद परिसर में गांधीजी और बाबा साहेब की भव्य मूर्ति को उठा कर एक कोने में डाल कर उनका अपमान किया.
- गृहमंत्री ने राज्य सभा में ये कह कर बाबा साहेब का मजाक उड़ाया कि आप लोग अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर कहते हैं, अगर इतना नाम भगवान का नाम लेते तो 7 जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता.
- कांग्रेस पार्टी संविधान और संविधान निर्माताओं दोनों का सम्मान करती है और उसकी रक्षा करना जानती है.
क्यों रखी गुजरात में बैठक
- सरदार पटेल साहेब हमारे दिलों में बसे हैं, विचारों में बसे हैं।हम उनकी विरासत को आगे बढा रहे हैं। CWC की यह बैठक हमने अहमदाबाद में Sardar Patel Museum में इसी सोच से रखी है. हम उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं.
- आज बीजेपी और संघ परिवार के लोग गांधी जी से जुड़े संस्थानों पर कब्जा कर उसे उन्हीं के वैचारिक विरोधियों को सौंप रहे है.
- वाराणसी में भी सर्व सेवा संघ पर इन्होंने कब्जा कर लिया है. गुजरात विद्यापीठ में क्या हुआ आप लोग जानते ही हैं. गांधीवादी लोग और सहकारिता आंदोलन के लोग मार्जिनलाइज किए जा रहे हैं.
“गुजरात में शक्ति लेने आए”
- कांग्रेस को अपने 140 साल के इतिहास में जिन प्रांतों से सबसे अधिक शक्ति मिली उसमें गुजरात अव्वल है. आज हम फिर से यहां प्रेरणा और शक्ति लेने आए हैं. हमारी असली शक्ति हमारी देश की एकता और अखंडता और सामाजिक न्याय की विचारधारा है.
- आज उस विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए जरूरी है कि हम सबसे पहले खुद को मजबूत करें. अपने संगठन को मजबूत करें.
- आखिर में मैं अपनी बात सरदार पटेलजी के एक Quotation से ही समाप्त करूंगा। उन्होंने कहा था कि
- संगठन के बिना संख्या बल बेकार है. बिना संगठन के संख्या बल असली बल नहीं है. सूत के धागे अलग-अलग रहते हैं तो अलग बात होती है पर जब वे बड़ी संख्या में एकत्र होते हैं तो कपड़े का स्वरूप धारण कर लेते हैं. तब उनकी मजबूती, सुंदरता और उपयोगिता अद्भुत हो जाती है.
- कल कांग्रेस के अधिवेशन में हमें बहुत सी बातें कहने और सुनने का मौका मिलेगा. पार्टी के सामने चुनौतियों पर बातें करेंगे और भविष्य की राह भी निकालेंगे.
