Explore

Search

May 20, 2025 3:34 am

लेटेस्ट न्यूज़

Char Dham Yatra 2025: यहां जानें इसका कारण और महत्व……’चार धाम यात्रा यमुनोत्री से ही क्यों शुरू होती है……

WhatsApp
Facebook
Twitter
Email

Char Dham Yatra starting point: गर्मी का मौसम शुरू होते ही चार धाम यात्रा के कपाट खुल जाते हैं और इस यात्रा के लिए लोग पहले ही पंजीकरण करवा लेते हैं. हिंदू धर्म में चार धाम यात्रा बहुत ही पवित्र मानी गई है. यह यात्रा देवभूमि उत्तराखंड के चार पवित्र स्थानों की होती है. चार धाम यात्रा के दौरान यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के दर्शन किए जाते हैं. हर साल लाखों लोग इस यात्रा को करते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि इस यात्रा की शुरुआत यमुनोत्री मंदिर से ही क्यों होती है? अगर नहीं, तो आज की इस लेख में आपको बताते हैं कि चारधाम यात्रा की शुरुआत हमेशा यमुनोत्री धाम से ही क्यों होती है.

Skin Care: जानें इस्तेमाल का तरीका……..’एलोवेरा से करें सेंसिटिव स्किन की केयर…..

चार धाम यात्रा यमुनोत्री से क्यों शुरू होती है?

हिंदू धर्म में यमुना नदी को देवी माना गया है और यमुनोत्री मंदिर वह जगह है, जहां से यमुना नदी निकलती है. धार्मिक मान्यता है कि यमुना जी मृत्यु के देवता यमराज की बहन हैं. ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति यमुनोत्री में स्नान करता है या उसके दर्शन करता है, तो उसे मृत्यु के भय से छुटकारा मिल जाता है. साथ ही, उसे मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है. इसी वजह से चार धाम यात्रा की शुरुआत यमुनोत्री से करना शुभ माना जाता है.

इसलिए रखा गया है ये क्रम

अगर भूगोल की बात की जाए तो चार धामों में सबसे पहले यमुनोत्री मंदिर पश्चिम दिशा में स्थित है. जब यात्री इस यात्रा को शुरू करते हैं, तो वो पश्चिम से पूर्व की ओर बढ़ते हैं. यह दिशा यात्रा के लिए सबसे सही मानी गई है, क्योंकि इससे रास्ता आसान और साथ ही सुविधाजनक भी रहता है. पहाड़ी रास्तों में इस क्रम से यात्रा करना थकाऊ नहीं होता है.

क्या कहती हैं पौराणिक मान्यताएं?

इसके पीछे एक और पुरानी परंपरा मिलती है. ऐसा माना जाता है कि पुराने समय में ऋषि-मुनि और साधु-संत भी यमुनोत्री से ही यात्रा शुरुआत करते थे. ऐसे में तब से लेकर आज तक यही क्रम चलता आ रहा है. लोग इसे एक परंपरा मानकर निभाते हैं और इसी क्रम में यात्रा पूरी करते हैं. धार्मिक मान्यता है कि यमुनोत्री से चार धाम यात्रा की शुरुआत करना सिर्फ एक परंपरा नहीं है, बल्कि इसके पीछे धार्मिक आस्था, सही दिशा और सालों पुरानी श्रद्धा जुड़ी हुई है. चार धाम यात्रा आत्मा को शुद्ध करने और ईश्वर के करीब लाने का एक माध्यम है. इसलिए अगर आप भी चार धाम यात्रा करने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो सबसे पहले यमुनोत्री की ही टिकट निकलवाएं.

ताजा खबरों के लिए एक क्लिक पर ज्वाइन करे व्हाट्सएप ग्रुप

Leave a Comment

Advertisement
लाइव क्रिकेट स्कोर