पाकिस्तान ने शुक्रवार-शनिवार की देर रात को भारत में 26 स्थानों पर हमला किया है। इस हमले को अंजाम देने के बाद भारत ने शनिवार को कथित तौर पर तीन पाकिस्तानी हवाई ठिकानों को निशाना बनाया और यहां मिसाइलें दागी है। ये पूरा मामला कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद बढ़े तनाव के बीच हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो तीन पाकिस्तानी प्रतिष्ठान, जिसमें रावलपिंडी में नूर खान एयर बेस, चकवाल में मुरीद एयर बेस और पूर्वी पंजाब प्रांत के झंग जिले में रफीकी एयर बेस शामिल है। इन तीन पाकिस्तानी एयरबेस पर विस्फोट की जोरदार आवाज सुनी गई है। भारतीय सेना ने सुबह लड़ाकू विमानों से प्रक्षेपित किये गए सटीक हथियारों का उपयोग करने के बाद इन हवाई हमलों को अंजाम दिया है।
जानकारी के मुताबिक भारत ने ये हमला पाकिस्तान द्वारा दिल्ली पर फतेह 2 मिसाइल दागने के बाद किया है। राहत रही की इस मिसाइल को सिरसा में ही मार गिराया गया। वहीं भारतीय सेना ने जवाब में तीन मिसाइलों को दागा है। ये मिसाइलें निशाने पर लगी है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो नूर खान एयरबेस में धमाका सुनाई दिया था। इस धमाके में पाकिस्तान के कई विमान तबाह हुए है। पाकिस्तान भी इन हमलों की पुष्टि कर चुका है।
इसके अलावा भारत ने रफीकी एयरबेस को भी निशाना बनाया। ये झंग जिले के शोरकोट के पास स्थित है। रफीकी एयरबेस पाकिस्तान का प्रमुख सैन्य प्रतिष्ठान है जो कि इस्लामाबाद से 337 किलोमीटर दक्षिण में है। इस बेस में 10 हजार फुट का रनवे है। इसके साथ ही टैक्सीवे भी है जो आपातकाल लैंडिंग स्ट्रिप के तौर पर भी काम करता है। इससे विमान रिकवरी ऑपरेशन की अनुमति भी मिलतीहै। इस एयरबेस को पहले पीएएफ बेस शोरकोट के नाम से जाना जाता था। वर्ष 1965 के युद्ध के बाद इसका नाम बदला गया और इसका नाम फाइटर पायलट सरफराज अहमद रफीकी के नाम पर रखा गया।
मुरीद एयर बेस
पंजाब के चकवाल जिले के पास स्थित, मुरीद पाकिस्तान वायु सेना के लिए एक ऑपरेशनल फ़्लाइंग बेस के रूप में कार्य करता है। यह बेस PAF के UCAV और UAV बेड़े के लिए उल्लेखनीय है। यह बेस अपने मानव रहित हवाई वाहन संचालन के माध्यम से पाकिस्तान की वायु रक्षा क्षमताओं में एक रणनीतिक भूमिका निभाता है।
