फैंस के साथ ही एक के बाद एक सेलेब्स भी विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट के फैसले पर निराशा जाहिर कर रहे हैं. विराट कोहली के क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट से रिटायरमेंट लेने के बाद सेलेब्स लगातार पोस्ट कर रहे हैं और कई सेलेब्स ने उन्हें अपने फैसले पर दोबारा सोचने के लिए कहा है.
अब भारत के पूर्व क्रिकेटर बिशन सिंह बेदी के बेटे और अभिनेता अंगद बेदी ने भी विराट को अपने फैसले पर फिर से सोचने के लिए कहा है. उन्होंने BCCI से भी बड़ी अपील की है. विराट का फेयरवेल मैच खेले बिना चुपचाप टेस्ट से संन्यास लेना अंगद को काफी खटक रहा है. उनका कहना है कि विराट फेयरवेल मैच के हकदार थे. उनकी विरासत इतनी शांति से कैसे खत्म हो सकती है? विराट के रिटायरमेंट पर अंगद ने सचिन तेंदुलकर के आखिरी टेस्ट को भी याद किया है जो उन्होंने 2013 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला था.
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क्या इतनी बड़ी विरासत इतनी चुपचाप खत्म हो सकती है?
अंगद बेदी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए विराट कोहली के लिए काफी कुछ लिखा है. उन्होंने पोस्ट में कहा, ”वानखेड़े, 2013. सूरज ढल गया, नारे तेज हो गए और दुनिया थम सी गई. सचिन तेंदुलकर का विदाई भाषण, एक अरब दिलों की आत्मा में बस गया. एक ऐसा आइकन, जिसके आउट होने पर टीवी बंद हो गए.”
उन्होंने आगे लिखा, ”हमें लगा कि हम फिर कभी ऐसा महसूस नहीं करेंगे. लेकिन फिर विराट की एंट्री हुई. वो सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि एक ताकत है. उन्होंने हमारी टीम को अपनी आग, अपना एटीट्यूड, अपनी आत्मा दी. हर चीज एक आवेश बन गया, हर मैच एक पल बन गया और अब ये सिर्फ एक स्क्रीन पर एक पोस्ट के साथ खत्म हो जाता है? क्या इतनी बड़ी विरासत इतनी चुपचाप खत्म हो सकती है?
BCCI से बोले अंगद-विराट से बात करें
अंगद ने आगे BCCI के अध्यक्ष रोजर बिन्नी से रिक्वेस्ट करते हुए उन्हें विराट से बात करने के लिए कहा. अभिनेता ने लिखा, ”भारतीय क्रिकेट के फैन के रूप में, बोर्ड से निवेदन है, विराट से बात करें. उन्हें पुनर्विचार करने के लिए मनाएं और विराट, हम तैयार नहीं हैं. वापस आएं, एक आखिरी बार. हमारे लिए. स्टैंड में बैठी उस लड़की के लिए जिसकी पीठ (जर्सी) पर आपका नाम लिखा है. गली में आपके स्टांस की नकल करने वाले लड़कों के लिए. उस भावना के लिए जो आपने एक अरब से ज़्यादा लोगों को दी. आप एक ऐसी विदाई के हकदार हैं जिसे हमेशा याद रखा जाएगा और हम आपके बल्ले को आखिरी बार बोलते हुए देखने के हकदार हैं.”
