भाजपा सांसद ओम बिरला 18वीं लोकसभा के अध्यक्ष चुन लिये गए हैं. स्पीकर चुने जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्पीकर ओम बिरला की सीट पर आए और उन्हें बधाई दी. ये परंपरा रही है कि सदन के नेता यानि प्रधानमंत्री और नेता विपक्ष, लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए चुने गए सांसद को उनकी सीट से लेकर अध्यक्ष की कुर्सी तक लेकर जाते हैं. सांसद ओम बिरला को जब अध्यक्ष चुना गया, तो इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी और नेता विपक्ष राहुल गांधी उनकी सीट तक गए. इस दौरान पीएम मोदी और राहुल गांधी ने हाथ मिलाया. यह एक ऐतिहासिक पल था.
पीएम मोदी और राहुल गांधी ने हाथ मिलाया और फिर लोकसभा के सांसद ओम बिरला को अध्यक्ष के आसन तक लेकर गए. यहां पहुंचने के बाद पीएम मोदी और राहुल गांधी ने फिर एक बार ओम बिरला को अध्यक्ष चुने जाने को लेकर बधाई दी और हाथ मिलाया.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाजपा सांसद ओम बिरला को लोकसभा अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित करने के लिए प्रस्ताव पेश किया था. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ओम बिरला के लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने पर कहा कि हमारा विश्वास है कि आप (ओम बिरला) आने वाले पांच साल तक हम सभी का मार्गदर्शन करते रहेंगे.
बुधवार को सुबह 11 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर सबसे पहले उन नवनिर्वाचित सांसदों का नाम शपथ लेने के लिए पुकारा गया, जिन्होंने अब तक संसद सदस्यता की शपथ नहीं ली है. इसके बाद सदन के प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने सदन को बताया कि लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव को लेकर उन्हें 16 नोटिस मिले हैं. उन्होंने सबसे पहले प्रस्ताव पेश करने के लिए पीएम मोदी का नाम लिया. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन में नए लोकसभा अध्यक्ष के तौर पर ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसका रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने समर्थन किया.
इसके बाद जेडीयू नेता एवं केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने लोकसभा अध्यक्ष के लिए ओम बिरला का नाम प्रस्तावित किया, जिसका रालोद सांसद राजकुमार सांगवान ने समर्थन किया. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेता और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने लोकसभा स्पीकर के लिए ओम बिरला का नाम प्रस्तावित किया, जिसका समर्थन केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया.
वहीं विपक्षी गठबंधन की तरफ से शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) सांसद अरविंद सांवत ने लोकसभा अध्यक्ष के पद के लिए के. सुरेश के नाम का प्रस्ताव सदन में रखा, जिसका आरएसपी नेता एनके प्रेमचंद्रन ने समर्थन किया. विपक्षी दलों की तरफ से अन्य कई नेताओं ने भी के. सुरेश के नाम का प्रस्ताव सदन में रखा और कई सांसदों ने उनका समर्थन किया.
सदन के प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने ध्वनिमत से ओम बिरला के लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने की घोषणा कर दी. विपक्षी दलों की तरफ से मत विभाजन की मांग नहीं करने के कारण बिरला ध्वनिमत से ही अध्यक्ष चुन लिए गए.