जयपुर:- रक्षाबंधन का त्यौहार आने वाला है और जयपुर के बाजारों में रक्षाबंधन की रौनक शुरू हो गई है. कोई भी त्यौहार हो, जयपुर के चारदीवारी बाजार में हर त्यौहार की रौनक अलग ही होती है. जयपुर का चारदीवारी बाजार, जो अपनी हैरिटेज और वास्तुकला के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है. यहां के हर बाजार में कुछ खास देखने को मिलता है. ऐसे ही त्यौहारों की खरीदारी के लिए सबसे फेमस मार्केट चांदपोल बाजार है, जिसे त्यौहारी मार्केट भी कहा जाता है.
अभी यहां रक्षाबंधन के त्यौहार की रौनक है. बाजार में हर तरफ सुंदर राखियां ही राखियां सजी हुई हैं. यहां के बाजार की हर दुकान पर अभी राखियों की ब्रिकी चल रही है, जहां राखियां खरीदने के लिए महिलाओं की खूब भीड़ उमड़ रही है. यहां के बाजारों में थोक भाव से राखियों की ब्रिकी होती है, जिसे दूसरे जिलों और जयपुर के आसपास के छोटे शहरों से यहां व्यापारी आते हैं. चांदपोल बाजार पूरे जयपुर का सबसे बड़ा राखियों का बाजार है, जहां लाखों की राखियां हर दिन बिकती हैं.
जयपुरी ज्वैलरी के तर्ज पर बनाई जाती है राखियां
आपको बता दें कि जयपुर का चांदपोल बाजार राखियों की ब्रिकी के साथ बनाने के लिए भी फेमस है. यहां के घरों में महिलाएं महिनों पहले ही राखियां बनाने का काम शुरू कर देती हैं, जो रक्षाबंधन के त्यौहार तक बनकर तैयार होती है. जैसे जयपुर की ज्वैलरी फेमस है, वैसे यहां की राखियां भी उतनी ही फेमस हैं, क्योंकि यहां जयपुरी ज्वैलरी की तर्ज पर राखियां तैयार की जाती हैं, जिसमें उनकी सुंदरता और बढ़ जाती है. राखियों में भी यहां अलग-अलग प्रकार की राखियां होती हैं, जिनमें बच्चों की राखियां, बड़ों की राखियां और महिलाओं के लिए चूड़े पर पहने जाने वाली राखियां सबसे खास होती हैं. रक्षाबंधन के त्यौहार पर महिलाएं ही राखियां खरीदती हैं. इसलिए यहां हजारों प्रकार की डिजाइन में राखियां बनाई जाती हैं, जो महिलाओं को पंसद आ ही जाती हैं.
10 रूपए से लेकर 500 रूपए की राखियों की डिमांड
आपको बता दें कि यहां के बाजारों में हर प्रकार और अलग-अलग कीमत की राखियां तैयार की जाती हैं, जो महिलाएं अपने पंसद और बजट के हिसाब से खरीदती हैं. यहां 10 रुपए से लेकर 500 रुपए तक की राखियां हैं, जो लोगों के साथ थोक व्यापारी सबसे ज्यादा खरीदते हैं. साथ ही यहां के बाजारों की सोने-चांदी की राखियों की भी खूब डिमांड रहती है. इसलिए यहां के ज्वैलरी की दुकानों पर भी महिलाओं की खूब भीड़ उमड़ रही है. रक्षाबंधन का त्यौहार एक दिन के अलावा अलग-अलग समाजों में अन्य दिन भी मनाया जाता है. इसलिए यहां के बाजारों में राखियों की ब्रिकी एक हफ्ते तक रहती है.