Jaipur News: स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा शाम तक जयपुर नगर निगम हैरिटेज महापौर मुनेश गुर्जर के निलंबन से जुड़ी फाइल का इंतजार करते रहे और डीएलबी ने एक और नोटिस जारी कर दिया है. DLB निदेशक कुमार पाल गौतम की तरफ से शाम को जारी नोटिस में महापौर मुनेश गुर्जर को तीन दिन में अपना पक्ष रखने का समय दिया गया है.
इसमें भी एसीबी की और से दर्ज मामले का हवाला दिया गया है. जानकारी के मुताबिक उपनिदेशक स्तर पर हुई जांच में महापौर के निलंबन की अनुशंसा की गई है. विभागीय अधिकारियों का कहना है कि नगरपालिका अधिनियम की धारा 39 के तहत अंतिम नोटिस देना आवश्यक है, जो निदेशक जारी करता है.
उपनिदेशक जांच अधिकारी है और निदेशक सुनवाई का अंतिम मौका देता है. इसलिए अधिनियम के तहत नोटिस जारी करना आवश्यक था. हालांकि मंत्री खर्रा ने इस प्रक्रिया की पहले जानकारी नहीं देने पर नाराजगी जताई है. उधर मंत्री खर्रा आज दोपहर बाद पाली से जयपुर पहुंचे.
पाली से रवाना होने से पहले अधिकारियों को महापौर प्रकरण से जुड़ी फाइल जयपुर पहुंचते ही लाने के लिए निर्देशित किया गया. शाम को सचिवालय पहुंचे और फाइल आने का इंतजार करते रहे. काफी देर बाद विभागीय अधिकारियों को फोन किया तो उन्हें नया नोटिस जारी करने की जानकारी दी गई. मंत्री ने इस पर गहरी नाराजगी जताई. उन्होंने सवाल किया कि- क्या पहले नोटिस गलत जारी कर दिया, कोई और कारण तो नहीं है. गौरतलब है कि महापौर एसीबी की ओर से दर्ज एफआईआर को हाईकोर्ट में चुनौती दी है.