इजरायल और फिलिस्तीन की जंग के बीच मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ गया है. ईरान और लेबनान के निशाने पर इजरायल है और ये दोनों देश किसी भी वक्त इजरायल पर हमला कर सकते हैं. अमेरिका ने जी-7 देशों को अलर्ट कर दिया है और इजरायल पर आज ही हमले की आशंका जताई है.
दरअसल, इजरायल पर इस समय बड़ा खतरा मंडरा रहा है और ईरानी सेना और हिजबुल्लाह लगातार हमले की प्लानिंग कर रहे हैं. एक्सपर्ट का भी कहना है कि ईरान या हिजबुल्लाह की ओर से किसी भी तरह का बड़ा हमला हो सकता है, जिससे दुनिया की शांति खतरे में पड़ सकती है. ये हमला उसी पैटर्न का भी हो सकता है, जैसा अप्रैल में ईरान ने इजरायल पर किया था. उस समय ईरान ने 300 मिसाइल और ड्रोन से हमला बोला था. इस हमले को इजरायली सेना ने रोक दिया था.
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अमेरिका ने जी-7 देशों को अलर्ट किया
तनाव के बीच अब अमेरिका का बयान आया है. विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि वाशिंगटन का मानना है कि ईरान और हिजबुल्लाह दोनों सोमवार को ही इजरायल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करेंगे. उन्होंने जी-7 देशों के अपने समकक्षों को अलर्ट जारी किया है. एक्सियोस की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्लिंकन की यह चेतावनी हिजबुल्लाह और हमास के एक्टिव होने के बाद मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव के बीच आई है, जिससे व्यापक क्षेत्रीय संघर्ष की आशंका पैदा हो गई है.
अमेरिका स्थिति को संभालने में जुटा
ब्लिंकन ने रविवार को जी7 के अपने समकक्षों के साथ एक कॉन्फ्रेंस कॉल की. इसमें उन्होंने कहा, वाशिंगटन का मानना है कि ईरान और लेबनान का हिजबुल्लाह कभी भी इजरायल पर हमला कर सकता है. अमेरिका स्थिति को कम करने के लिए काम कर रहा है, ताकि कूटनीतिक दबाव डालकर बड़े स्तर पर युद्ध को रोका जा सके.
‘सफलता के करीब थी बातचीत’
ब्लिंकन ने हमले का सटीक समय तो नहीं बताया, लेकिन जी7 देशों से कहा कि यह अगले 24 से 48 घंटों में शुरू हो सकता है. ब्लिंकन ने गाजा बंधक और युद्धविराम समझौते पर हाल की वार्ता में इजराइल के प्रयासों पर भी निराशा जाहिर की. उन्होंने कथित तौर पर कहा कि हमास चीफ इस्माइल हानिया की हत्या से पहले तक उनकी बातचीत सफलता के करीब थी.
जी-7 ने कहा- तनाव कम करने की दिशा में काम करें
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, मिडिल ईस्ट में मल्टी-फ्रंट वॉर की बढ़ती आशंकाओं के बीच जी-7 ने एक बयान जारी किया है और सभी संबंधित पक्षों से संयम बरतने और ऐसी कार्रवाइयों से बचने का आग्रह किया है, जो स्थिति को और बिगाड़ सकती हैं. जी7 के बयान में कहा गया है, हाल की घटनाओं ने क्षेत्र में व्यापक संघर्ष की आशंका पैदा कर दी है. सभी पक्षों से तनाव कम करने की दिशा में रचनात्मक रूप से जुड़ने का आह्वान करते हैं.
इजरायल ने कहा- दुश्मनों से निपटने के लिए तैयार
हालांकि, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कड़ा रुख अपनाया है और दुश्मनों के खिलाफ दृढ़ता से खड़े रहने की बात दोहराई है. नेतन्याहू ने रविवार को एक उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक से पहले कहा, ईरान और उसके गुर्गे हमें आतंकवाद के शिकंजे में जकड़ना चाहते हैं. हम हर मोर्चे पर और हर क्षेत्र में चाहे निकट हो या दूर उनके खिलाफ खड़े होने के लिए दृढ़ हैं.
दरअसल, पिछले सप्ताह ईरान की राजधानी तेहरान में हमास चीफ इस्माइल हानिया की हत्या के बाद तनाव बढ़ गया है. इस घटना से एक दिन पहले लेबनान की राजधानी बेरूत में हिजबुल्लाह के शीर्ष सैन्य कमांडर फउद शुकर की हत्या कर दी गई थी. हानिया, गाजा में हमास का चीफ है और वो ईरान के नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने तेहरान गया था. मेहमान की हत्या से ईरान आगबबूला हो गया और उसने इजरायल को परिणाम भुगतने की धमकी दी है.
इधर, हिजबुल्लाह ने भी इजरायल को टारगेट बनाना शुरू कर दिया है. शनिवार देर रात हिजबुल्लाह की ओर से इजरायल पर करीब 50 रॉकेट दागे गए थे. हालांकि इजरायल के आयरन डोम ने हमले को नाकाम कर दिया था.
ईरान और हिजबुल्लाह की ओर से बदला लिए जाने का ऐलान करने पर मिडिल ईस्ट में बड़े स्तर युद्ध की आशंका बढ़ गई है. इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन स्थिति पर चर्चा करने के लिए सोमवार को अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम की बैठक बुलाने वाले हैं. पेंटागन ने आगे की स्थिति को रोकने के लिए क्षेत्र में अतिरिक्त सैन्य बलों की तैनाती का ऐलान किया है.