तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद द्वारा राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ की नकल किए जाने के मामले में सियासत गरमा गई है। धनखड़ ने इस घटना की निंदा की है। वहीं, बुधवार को उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर बताया कि इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें फोन किया। उपराष्ट्रपति ने बताया कि पीएम ने इस घटना पर दुख जताया और कहा कि वह ऐसे अपमान 20 वर्षों से भी ज्यादा से झेलते आ रहे हैं।
धनखड़ ने ट्वीट में क्या लिखा?
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने ट्वीट किया, ”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का टेलीफोन आया। उन्होंने कुछ सांसदों की कल संसद परिसर में घृणित नौटंकी पर बहुत दुख व्यक्त किया। उन्होंने मुझे बताया कि वह पिछले बीस वर्षों से इस तरह के अपमान सहते आ रहे हैं, लेकिन यह तथ्य कि भारत के उपराष्ट्रपति जैसे संवैधानिक पद के साथ और वह भी संसद में, ऐसा हो सकता है, दुर्भाग्यपूर्ण है। मैंने उनसे कहा- प्रधानमंत्री, कुछ लोगों की हरकतें मुझे रोक नहीं पाएंगी। मैं अपना कर्तव्य निभा रहा हूं और हमारे संविधान में निहित सिद्धांतों को कायम रख रहा हूं। मैं अपने दिल की गहराई से उन मूल्यों के लिए प्रतिबद्ध हूं। कोई भी अपमान मेरा रास्ता नहीं बदल सकता।
राष्ट्रपति ने की घटना की निंदा
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ट्वीट किया, “जिस तरह से हमारे सम्मानित उपराष्ट्रपति को संसद परिसर में अपमानित किया गया, उसे देखकर मुझे निराशा हुई। निर्वाचित प्रतिनिधियों को अपनी अभिव्यक्ति के लिए स्वतंत्र होना चाहिए, लेकिन उनकी अभिव्यक्ति की गरिमा और शिष्टाचार के मानदंडों के भीतर होनी चाहिए। यह संसदीय परंपरा रही है जिस पर हमें गर्व है और भारत के लोग उनसे इसे कायम रखने की उम्मीद करते हैं।”
दूसरी तरफ लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ से मुलाकात की। बिरला ने संसद परिसर में सांसदों द्वारा उपराष्ट्रपति के संवैधानिक पद का अपमान और अपमान करने वाले गंभीर दुर्व्यवहार के बारे में अपनी गहरी चिंताओं और पीड़ा से अवगत कराया। लोकसभा अध्यक्ष के कार्यालय ने यह जानकारी दी।