न्यूजीलैंड में भारतीय छात्रों को अब ज्यादा अवसर मिलेंगे. इस संबंध में भारत और न्यूजीलैंड के बीच सोमवार को एक MOU साइन किया गया. इसके मुताबिक भारत के ज्यादा से ज्यादा छात्र पढ़ाई के लिए न्यूजीलैंड जाएंगे और वहां से भी छात्र भारत पढ़ने के लिए आएंगे. इसके अलावा साइंस, इनोवेशन और अन्य क्षेत्रों में भी दोनों देशों के छात्र मिलकर काम करेंगे.
न्यूजीलैंड के पीएम क्रिस्टोफर लुक्सन पांच दिवसीय भारत दौरे पर हैं. उनके साथ उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है, जिसमें न्यूजीलैंड सरकार के कई मंत्री और उच्च अधिकारी हैं. पीएम मोदी के साथ मुलाकात में दोनों पीएम के बीच कई मुद्दों पर सहमति बनी और एमओयू साइन हुए. इनमें एजुकेशन, साइंस, टेक्नोलॉजी को लेकर भी दोनों देशों के बीच समझौता हुआ.इसमें शिक्षा व्यवस्था में साझा सहयोग के साथ, दोनों देशों में एक-दूसरे देशों के छात्रों को बेहतर उपलब्ध कराने पर भी चर्चा हुई.
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न्यूजीलैंड में कितने हैं भारतीय छात्र
न्यूजीलैंड में वर्तमान में तकरीबन 70 हजार अंतरराष्ट्रीय छात्र पढ़ाई कर रहे हैं. ये छात्र विभिन्न देशों के हैं. इनमें से 11% छात्र भारत के हैं. खास बात ये है कि न्यूजीलैंड में पढ़ाई के मौके बेहतर हैं और यहां जो विश्वविद्यालय हैं उनकी मान्यता दुनिया भर में है. इसीलिए न्यूजीलैंड में पढ़ने के लिए कई देशों से छात्र पहुंचते हैं. यहां नौकरी के अवसर भी ज्यादा और सबसे खास बात ये है कि 3 माह से ज्यादा के कोर्स के लिए ही छात्रों को स्टूडेंट वीजा लेना पड़ता है.
भारत-न्यूजीलैंड शिक्षा समझौते के प्रमुख बिंदु
- अधिक भारतीय छात्रों को न्यूजीलैंड में पढ़ाई का अवसर मिलेगा.
- न्यूजीलैंड के छात्र भी भारत आकर उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे.
- दोनों देशों के विश्वविद्यालयों के बीच शैक्षिक सहयोग बढ़ेगा.
- साइंस, इनोवेशन और टेक्नोलॉजी के क्षेत्रों में संयुक्त अनुसंधान (रिसर्च) को बढ़ावा मिलेगा.
- पारंपरिक चिकित्सा, योग, भारतीय संगीत और संस्कृति के आदान-प्रदान को प्रोत्साहित किया जाएगा.
भारत के साथ क्या हुआ समझौता?
भारत और न्यूजीलैंड के पीएम के बीच सहमति बनी है कि दोनों देशों के बीच शिक्षा संबंधों को मजबूत किया जाएगा. इसके लिए दोनों नेताओं ने न्यूजीलैंड में अच्छे पाठ्यक्रम और कोर्स की तलाश कर रहे भारतीय छात्रों को ज्यादा से ज्यादा अवसर देने का वादा किया. इसके अलावा साइंस, इनोवेशन और नई टेक्नोलॉजी समेत कौशल विकास के अवसर देने का भी वादा किया. दोनों देशों के बीच पेशेवर और अच्छे कर्मचारियों के लिए भी न्यूजीलैंड के हालात बेहतर बनाने पर सहमति बनी.
बेहतर एजुकेशन के लिए ये काम भी करेंगे दोनों देश
छात्रों को बेहतर एजुकेशन देने के लिए दोनों देश द्विपक्षीय शिक्षा संबंधों को मजबूत करने के साथ-साथ भारत और न्यूजीलैंड एजुकेशन सिस्टम पर भी लगातार कए दूसरे को जानकारियां साझा करते रहेंगे. इसके अलावा पारंपरिक चिकित्सा संबंधों के साथ योगी, भारतीय संगीत और डांस समेत भारतीय कल्चर का भी दोनों देशों के बीच आदान प्रदान होगा.
