भारत और पाकिस्तान में सीजफायर को लेकर बड़ी जानकारी सामने आ रही है. सूत्रों के मुताबिक भारत के हमले से बचने के लिए पाकिस्तान ने अमेरिका से सीजफायर की गुहार लगाई थी. पाकिस्तान का कहना था कि भारत के हमले से बचा लीजिए, नहीं तो हम बर्बाद हो जाएंगे.
सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान के डीजीएमओ ने अमेरिका को फोन लगाया था. इसी फोन कॉल के बाद सीजफायर की पहल हुई. सीजफायर के लिए अमेरिका के अधिकारी शुक्रवार को पूरी रात लगे रहे. आखिर में पाकिस्तान के आग्रह पर भारत सीजफायर को लेकर सहमत हो गया.
क्या होता है डीजीएमओ का पद?
सैन्य संचालन महानिदेशक सेना में एक एक वरिष्ठ नेतृत्व वाला पद है. इसके जिम्मे सैन्य अभियानों की देखरेख और समन्वय होता है. पाकिस्तान में डीजीएमओ का काम रणनीति तैयार करना और उसकी रिपोर्ट सेना प्रमुख को देना होता है.
डीजीएमओ पर्दे के पीछे से काम करता है और पाकिस्तान के भद पीटने से बचाता है. इसी डीजीएमओ के फोन कॉल के बाद पाकिस्तान और भारत के बीच सीजफायर की नौबत आई है.
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भारत के स्ट्राइक से डर गया था पाक
भारत के स्ट्राइक से पाकिस्तान में डर की स्थिति उत्पन्न हो गई थी. भारत ने शुक्रवार रात को पाकिस्तान के 5 मिलिट्री और 2 रडार बेस को तबाह कर दिया था. जिन 7 बेसों पर भारतीय सेना ने अटैक किया, उनमें से 5 बेस पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में है. भारत के हमले से डर कर पाकिस्तान ने सीजफायर का विकल्प चुना.
मंत्री दे रहे थे सीजफायर के संकेत
पाकिस्तान के 2 वरिष्ठ मंत्री भी सीजफायर के संकेत दे रहे थे. रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि अगर भारत हमला रोक देता है तो हम सीजफायर नहीं करेंगे.
वहीं विदेश मंत्री इशाक डार ने भी शनिवार सुबह कहा था कि भारत अगर रूक जाता है तो हम भी लड़ाई रोक देंगे. पाकिस्तान के इन मंत्रियों का कहना था कि भारत ही हम पर हमला कर रहा है.
