भारत और पाकिस्तान के बीच लगातार बढ़ते तनाव ने अब पूरे दक्षिण एशिया की सुरक्षा सतर्क है. सिंदूर स्ट्राइक के बाद जहां पाकिस्तान के भीतर हड़कंप मचा हुआ है, वहीं भारत का पड़ोसी और हिंदू बहुल देश नेपाल भी हाई अलर्ट पर है. नेपाल के सशस्त्र पुलिस बल (APF) ने भारत-पाक संघर्ष की पृष्ठभूमि में सीमावर्ती इलाकों में चौकसी कड़ी कर दी है. पाकिस्तान की ओर से किसी भी तरह की गतिविधि को रोकने के लिए नेपाल सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं, जिससे शहबाज शरीफ की मुश्किलें और बढ़ गई हैं.
नेपाल के गृह मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार, भारत द्वारा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoJK) में नौ आतंकी ठिकानों पर की गई ‘सिंदूर स्ट्राइक’ के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है. इस टकराव का असर नेपाल की सीमा सुरक्षा पर भी पड़ा है. 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में एक नेपाली नागरिक की मौत के बाद से ही नेपाल सरकार सतर्क हो गई थी. अब जबकि भारत ने PoJK में जवाबी हमला किया है, नेपाल-भारत सीमा को लेकर भी नेपाल की चिंता बढ़ गई है.
बॉर्डर पर नेपाल फोर्स की सख्ती
सशस्त्र पुलिस बल नेपाल (APF) ने भारत-नेपाल सीमा पर निगरानी तेज कर दी है. एपीएफ के संयुक्त प्रवक्ता डीएसपी शैलेन्द्र थापा ने बताया कि भारतीय सशस्त्र सीमा बल (SSB) के साथ समन्वय कर सीमा क्षेत्रों में 24 घंटे गश्त शुरू कर दी गई है. उन्होंने कहा, ‘एक बीओपी से दूसरे बीओपी तक लगातार पेट्रोलिंग हो रही है, ताकि कोई अवैध घुसपैठ न हो सके.’ इसके अलावा, सीमा पार आने-जाने वालों की पहचान की जांच और रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया भी कड़ाई से लागू की जा रही है.
नेपाल में गृह मंत्रालय ने क्या आदेश दिया?
नेपाल के गृह मंत्रालय के निर्देश पर बॉर्डर ब्रिगेड मुख्यालयों को विशेष आदेश दिए गए हैं. इन आदेशों में हर गतिविधि पर नजर रखने, संदिग्ध ठिकानों पर चौकसी बढ़ाने और किसी भी अनाधिकृत घुसपैठ को रोकने के लिए विशेष रणनीति अपनाने को कहा गया है. थापा ने बताया कि सुरक्षा बलों को स्थानीय प्रतिनिधियों, नेपाल पुलिस और खुफिया विभाग के साथ मिलकर सूचनाएं साझा करने और सतर्कता बनाए रखने का आदेश दिया गया है. ऐसे में नेपाल का अलर्ट रहना भारत के लिए भी रणनीतिक रूप से फायदेमंद है.
भारत-पाक के तनाव का पड़ोसियों पर भी असर
भारत की सिंदूर स्ट्राइक के असर ने यह स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की कार्रवाई अब केवल सीमित दायरे में नहीं है. उसका प्रभाव उसके पड़ोसी देशों पर भी दिख रहा है. पाकिस्तान की संसद से लेकर उसके आस-पास के देशों तक, भारत की सैन्य कार्रवाई ने कई सरकारों को सतर्क कर दिया है. और इस पूरी परिस्थिति में नेपाल का हाई अलर्ट शहबाज शरीफ के लिए नई चिंता का विषय बन गया है. क्योंकि यह संकेत देता है कि अब पाकिस्तान की हर हरकत पर क्षेत्रीय देशों की नजर है.
