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May 17, 2025 1:55 am

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हर बीमारी पर पड़ेगा भारी: इम्यूनिटी हो कम, स्ट्रेस करे परेशान, वजन हो ज्यादा तो डाइट में शामिल करें यह पावरफुल नीला फल……

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Benefits of blue banana: अगर आपने अब तक पीले रंग का ही केला खाया है तो हम आपको बता दें कि केला हरा, लाल, भूरे और नीले रंग का भी आता है. नीले रंग का केला शायद ही किसी ने खाया हो. यह दक्षिण पूर्व एशिया में ज्यादा उगता है. इसे ब्लू जावा बनाना या आइसक्रीम बनाना कहा जाता है. दरअसल यह बेहद मलाईदार होता है. भारत में इस केले की कीमत 348 रुपए से शुरू होती है.

सेहत के लिए अच्छा है

नीले केले में कई पोषक तत्व होते हैं जो इसे खास बनाते हैं. इसमें पोटैशियम, विटामिन सी और विटामिन बी6 होता है. पोटैशियम होने की वजह से इससे दिल का काम दुरुस्त चलता है और ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल रहता है. विटामिन सी होने की वजह से इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है और कोई भी बीमारी जल्दी से पास नहीं आती.

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स्ट्रेस होता है दूर

आजकल ज्यादातर व्यक्ति तनाव से घिरे रहते हैं. जब व्यक्ति टेंशन में होता है तो स्ट्रेस हार्मोन बढ़ जाते हैं जो सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं और व्यक्ति डिप्रेशन, एंग्जाइटी जैसी बीमारी का शिकार हो जाता है. मेंटल हेल्थ ठीक रखने के लिए नीला केला खाना बेहद फायदेमंद हैं. इसमें मौजूद बी6 ब्रेन के लिए अच्छा है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो स्ट्रेस को दूर करते हैं. वहीं, इंसान ऊर्जा से भरा हुआ महसूस करता है.

पेट से जुड़ी समस्या नहीं होती

ब्लू जावा बनाना में फाइबर की मात्रा अधिक होती है जो पेट को खराब होने से बचाता है. अगर किसी व्यक्ति को कब्ज की समस्या हो तो यह केला उसके लिए वरदान है. वहीं अगर गैस ज्यादा बनती है या ब्लोटिंग से परेशानी होती है तो इस केले का सेवन जरूर करें. इस केले को आप दूध के साथ भी खा सकते हैं.

वजन तेजी से घटे

अगर आप मोटापे से परेशान हैं और कई तरह की डाइट को फॉलो करके परेशान हो चुके हैं तो नीले केले को खाएं. इसके अलावा जिन लोगों को बिंज ईटिंग की शिकायत है, वह भी अपनी डाइट में इस फल को शामिल करें. इसमें फाइबर ज्यादा और कैलोरी कम होती हैं जिससे पेट लंबे समय तक भरा हुआ महसूस होता है. इससे बार-बार खाने की क्रेविंग नहीं होती और वजन कम होना शुरू हो जाता है.

शुगर को रखे कंट्रोल

हेल्थलाइन के हिसाब से अक्सर लोग डायबिटीज के मरीज को केला खाने से मना करते हैं. दरअसल पीले केले में शुगर की मात्रा ज्यादा होती है जबकि नीले केले में ऐसा नहीं है. यह इंसुलिन सेंसिटिविटी को सुधारता है. इसमें सॉल्युबल फाइबर होते हैं. यह जब यह पेट में पचता है तो सॉल्युबल फाइबर लिक्विड के साथ डिटॉल्व होकर जेल बना देता है. इसमें स्टार्च भी होता है तो जल्दी से खून में नहीं मिलता. इसलिए शुगर लेवल बढ़ता नहीं है. लेकिन दिन में 1 ही केला खाएं.

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