कांवरिया सेवा संघ अंबिकापुर द्वारा कांवरिया पद यात्रा का आयोजन बुधवार को किया गया। इसमें हजारों की संख्या में कांवरिए नाचते-झूमते कैलाश गुफा के लिए रवाना हुए। इससे पूर्व मंगलवार की शाम भक्ति गीतों और जीवंत झांकियों के साथ कांवरियों ने भव्य शोभायात्रा निकाली। शोभायात्रा नगर पालिका स्कूल से निकली, जो शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए गुजरी। इस दौरान शोभायात्रा का शहर में जगह-जगह स्वागत किया गया।
सावन (Savan 2024) के महीने में हर साल कांवरिया सेवा संघ अंबिकापुर द्वारा कांवरिया पद यात्रा का आयोजन 31 जुलाई को किया गया। यह आयोजन पिछले 39 वर्षों से चला आ रहा है। बुधवार की सुबह 5 बजे स्थानीय शंकरघाट से यात्रा प्रारंभ होकर लुचकी, चेन्द्रा, लमगांव से बतौली पहुंची।
यहां सभी कावंरियों के लिए रात्रि विश्राम एवं भोजन की व्यवस्था की गई है। इसके बाद पुन: गुरुवार को कांवरियों की टोली बतौली से यात्रा प्रारंभ कर बिलासपुर, बांसाझाल होते हुए बाबा नगरी कैलाश गुफा पहुंचेगी। रात्रि भोजन पश्चात भजन संध्या एवं विश्राम की व्यवस्था संघ द्वारा की गई है।
पूरी रात शहर में रही शिव भक्तों की हलचल
कांवर यात्रा में शामिल होने के लिए काफी संख्या में शिव भक्त मंगलवार की दोपहर से ही शहर में पहुंचने लगे थे। शोभायात्रा में काफी संख्या में शिव भक्त शामिल हुए। बड़ी संख्या में शिव भक्तों के पहुंचने से शहर में पूरी रात रौनक बनी रही।
कांवरियों की सुविधा का विशेष ध्यान
कांवर यात्राके दौरान जगह-जगह कांवरियों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। स्वास्थ्य सुविधा का भी इंतजाम किया गया है। सेवाभावी लोगों द्वारा कांवरियों के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे।