जयपुर। भरतपुर रेंज आइजी राहुल प्रकाश ने जिलों से रेंज मुख्यालय आने वाले पीड़ितों की सुविधा के लिए एक नवाचार किया है। इसके तहत एक दिसंबर से त्वरित विशेषाधिकार युक्त और जवाबदेह परिवाद तंत्र (स्पार्क) व्यवस्था शुरू की जाएगी। स्पार्क शुरू होने से अलग-अलग जिलों के पीड़ितों को रेंज आइजी से मिलने के लिए भरतपुर रेंज कार्यालय नहीं आना पड़ेगा। पीड़ित सीधे पुलिस अधीक्षक कार्यालय में उपस्थित होकर वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये रेंज आइजी से रू-ब-रू हो सकेंगे और अपनी पीड़ा बता सकेंगे। इसकी सफलता के बाद इस व्यवस्था को वृत्ताधिकारी कार्यालय से जोड़ा जाएगा। रेंज आइजी ने इस संबंध में एक आदेश भी जारी किया है।
इसलिए पड़ी जरूरत
रेंज आइजी राहुल प्रकाश ने बताया कि रेंज कार्यालय भरतपुर में है। रेंज के अधीन आने वाले डीग, धौलपुर, करौली, गंगापुर सिटी व सवाईमाधोपुर जिलों के पीड़ितों को अपनी समस्या लेकर भरतपुर रेंज कार्यालय आना पड़ता है। इससे पीड़ितों के आने-जाने में पैसे व समय की बर्बादी होती है। पीड़ितों के उस दिन की आय व रोजगार भी प्रभावित होता है। रेंज आइजी को कई बार राजकार्य एवं अन्य कारणों से मुख्यालय से बाहर रहने पर अन्य जिलों से आने वाले पीड़ितों को बिना प्रभावी सुनवाई के लौटना पड़ता है।
आइजी से यों हो सकेंगे रू-ब-रू
पीड़ित रेंज आइजी से मिलने के लिए कार्यालय दिवस में प्रतिदिन दोपहर 12 बजे संबंधित जिले के एसपी कार्यालय में उपस्थित होकर अपना परिवाद प्रस्तुत कर सकेंगे। एसपी से मिल चुके पीड़ित दोपहर 2 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये रेंज आइजी से रू-ब-रू हो सकेंगे।