व्यवसायी और कारोबारियों के वार्षिक जीएसटी रिटर्न फार्म (जीएसटीआर-9) में नई परेशानी खड़ी हो गई है। व्यापारी वार्षिक रिटर्न में अपनी इनपुट टैक्स क्रेडिट का सही हिसाब दे रहे हैं तो भी ऑनलाइन रिटर्न फार्म उसमें मिसमैच बता रहा है।
कारण बना है, जीएसटी ने बीते दिनों मासिक रिटर्न प्रणाली में तो बदलाव कर दिया लेकिन वार्षिक रिटर्न का फार्म पुराने प्रारुप का ही रखा गया।व्यापारी परेशान है और रिटर्न भरने में पसीना-पसीना हो रहे हैं। चार्टर्ड अकाउंटेंट व कर सलाहकार खुद विभाग को समझाने पहुंच रहे हैं कि गलती कैसे सुधारे।
इसी साल जारी किया मासिक फार्म 2-बी
वित्त वर्ष 2017-18 से 2022-23 तक जीएसटी में इनपुट टैक्स क्रेडिट का हिसाब एक ही फार्म 2-ए के आधार पर होता था। इस फार्म में आपूर्ति कर्ता व्यापारी द्वारा चुकाए गए टैक्स-क्रेडिट का हिसाब आ जाता था। इसी के आधार पर वार्षिक रिटर्न फार्म का प्रारुप बना था और बीते वर्षों तक वह भरा जाता रहा। इसी साल जीएसटी में एक और मासिक फार्म 2-बी जारी कर दिया गया।
व्यवसायी और कारोबारियों के वार्षिक जीएसटी रिटर्न फार्म (जीएसटीआर-9) में नई परेशानी खड़ी हो गई है। व्यापारी वार्षिक रिटर्न में अपनी इनपुट टैक्स क्रेडिट का सही हिसाब दे रहे हैं तो भी ऑनलाइन रिटर्न फार्म उसमें मिसमैच बता रहा है।
कारण बना है, जीएसटी ने बीते दिनों मासिक रिटर्न प्रणाली में तो बदलाव कर दिया लेकिन वार्षिक रिटर्न का फार्म पुराने प्रारुप का ही रखा गया।व्यापारी परेशान है और रिटर्न भरने में पसीना-पसीना हो रहे हैं। चार्टर्ड अकाउंटेंट व कर सलाहकार खुद विभाग को समझाने पहुंच रहे हैं कि गलती कैसे सुधारे।
इसी साल जारी किया मासिक फार्म 2-बी
वित्त वर्ष 2017-18 से 2022-23 तक जीएसटी में इनपुट टैक्स क्रेडिट का हिसाब एक ही फार्म 2-ए के आधार पर होता था। इस फार्म में आपूर्ति कर्ता व्यापारी द्वारा चुकाए गए टैक्स-क्रेडिट का हिसाब आ जाता था। इसी के आधार पर वार्षिक रिटर्न फार्म का प्रारुप बना था और बीते वर्षों तक वह भरा जाता रहा। इसी साल जीएसटी में एक और मासिक फार्म 2-बी जारी कर दिया गया।