Gold Price: अमेरिकी फेड ने चार साल बाद बेंचमार्क इंटेरेस्ट रेट में कटौती की तो गोल्ड की चमक रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गई। पहली बार इसके भाव प्रति औंस (28.3495 ग्राम) के भाव 2600 डॉलर के पार पहुंच गए। अमेरिकी फेड ने कोरोना महामारी के बाद से पहली बार ब्याज दरों में 0.50 फीसदी की कटौती की है ताकि अमेरिकी लेबर मार्केट को सपोर्ट मिल सके। फेड की दो दिनों की बैठक के बाद जो डिटेल्स जारी हुए हैं, उसके मुताबिक इसके 19 में 18 ऑफिशियल इस साल 0.50 फीसदी और कटौती के समर्थन में हैं। इस साल 2024 में अभी फेड की दो और बैठक होनी है।
उछाल के बाद Gold की चमक फिर क्यों पड़ी फीकी?
दरों में कटौती से ट्रेजरी यील्ड और डॉलर नरम पड़े तो गोल्ड की चमक 1.2 फीसदी बढ़ गई। पहली बार यह 2600 डॉलर के पार पहुंच गया। हालांकि अमेरिकी फेड के प्रमुख जेरोम पॉवेल (Jerome Powell) ने जब कहा कि इसे नई शुरुआत के रूप में नहीं देखना चाहिए, गोल्ड की बढ़त खत्म हो गई। इस साल गोल्ड की कीमतों में जोरदार तेजी आई और 24% से अधिक के उछाल के साथ लगातार नए रिकॉर्ड बनाए। इसे न सिर्फ निवेशकों और कंज्यूमर्स की तरफ से बढ़ते मांग से सपोर्ट मिला बल्कि केंद्रीय बैंकों की खरीदारी से भी तगड़ा सपोर्ट मिला।
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फिर चमकेगा सोना?
रेट में कटौती से गोल्ड की चमक रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गई लेकिन फिर फेड चेयरमैन के बयान पर यह फिसल गया। न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग से बातचीत में इनवेस्टमेंट फर्म ग्रेनाइटशेयर्स एडवाइजर्स के फाउंडर Will Rhind ने कहा कि ब्याज दरों की कटौती के साथ, ब्याज दरें गिर रही हैं, डॉलर की ताकत कम होगी लेकिन गोल्ड में उछाल अब तब होगी जब ऐसा लगेगा कि हम मंदी की ओर बढ़ रहे हैं, और डर फैलेगा जिससे लोग गोल्ड को एक सुरक्षित निवेश के रूप में खरीदना शुरू करेंगे।