आपने कभी भी किसी पब्लिक हॉस्पिटल में MRI करवाया है? इसके लिए 4-5 घंटे का वक्त लगता है. लेकिन क्या आप जानते हैं देश का सबसे मशहूर हॉस्पिटल एम्स में एमआरआई करवाने के लिए तीन साल का इंतजार करना पड़ता है. किसी हॉस्पिटल में MRI करवाने में 4-5 घंटे का वक्त लगता है. लेकिन राजधानी दिल्ली के AIIMS अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में अगर आपको MRI करवाना है तो आपको तीन साल का लंबा इंतजार करवाना होगा.
AIIMS में MRI स्कैन करवाने का पूरा प्रोसेस
हाल ही में एक खबर जो काफी ज्यादा सुर्खियां बटोर रही है. दरअसल एक मरीज जिनका नाम जॉयदीप डे है और उन्होंने अपनी दाहिने पैर की चोट के लिए एमआरआई स्कैन करवाने के लिए साल 2027 की तारीख मिली है. बीपीएल यानी गरीबी रेखा से नीचे होने के कारण उनके लिए दिल्ली एनसीआर में अच्छे और पब्लिक हॉस्पिटल में एमआरआई स्कैन की कीमत 18,000 रुपये से 25,000 रुपये के बीच हो सकती है.
AIIMS में एमआरआई होता है काफी सस्ता
दरअसल, एम्स में एमआरआई करवाना काफी ज्यादा सस्ता पड़ता है. यहां पर आराम से 2-3 हजार के बीच हो जाता है. साल 2022 में एम्स ने यह फैसला किया कि सभी एमआरआई मशीनें 24 घंटे चलेंगी ताकि मरीजों को ज्यादा इंतजार न करना पड़े. लेकिन फिर मरीजों को लंबा इंतजार करना पड़ता है. एम्स के ही एक अधिकारी ने बताया कि हॉस्पिटल मरीजों की बीमारी के हिसाब से बांटता है. जिन मरीजों को तुरंत एमआरआई की जरूरत होती है, उन्हें जल्दी से एमआरआई मिल जाता है. लेकिन जिन मरीजों को तुरंत एमआरआई की जरूरत नहीं होती, उन्हें ज्यादा इंतजार करना पड़ता है.
क्यों तीन साल बाद की मिली तारीख
दूसरी श्रेणी में वो लोग आते हैं जिनकी एमआरआई 4 दिन में हो जाती है. जिन मरीजों को डॉक्टर जल्दी एमआरआई करवाने के लिए कहते हैं उनका नंबर दो हफ्ते से लेकर एक महीने के बीच में आ जाता है. इन मरीजों की संख्या में पीठ दर्द, पैर दर्द के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. ऐसे मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा होती है.