Chetana Education IPO Listing: केजी से लेकर कक्षा 12 तक की क्लासेज के लिए टेक्स्टबुक और एडुकेशनल वीडियोज तैयार करने वाली चेतना एडुकेशन (Chetana Education) के शेयरों की आज NSE के SME प्लेटफॉर्म पर एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 196 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 85 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी 98.90 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 16.35 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Chetana Education Listing Gain) मिला। हालांकि आईपीओ निवेशकों की खुशी थोड़ी ही देर में गायब हो गई जब शेयर टूट गए। टूटकर यह 93.95 रुपये (Chetana Education Share Price) के लोअर सर्किट पर आ गया यानी कि आईपीओ निवेशक अब 10.53 फीसदी मुनाफे में हैं।
Chetana Education IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
चेतना एडुकेशन का ₹45.90 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 24-26 जुलाई तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 196.87 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 101.22 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 468.42 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 135.11 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 54 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी कर्ज चुकाने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
Chetana Education के बारे में
वर्ष 2017 में बनी चेतना एडुकेशन सीबीएसई और स्टेट बोर्ड के पाठ्यक्रम के हिसाब से किंडरगार्टन से लेकर कक्षा 12 तक के लिए टेक्सबुक पब्लिश करती है। इसके अलावा यह टीचर्स और स्टूडेंट्स के लिए एडुकेशनल वीडियोज भी तैयार करती है जिसे क्यूआर कोड के जरिेए एक्सेस किया जा सकता है। अभी यह सीबीएसई और महाराष्ट्र बोर्ड के लिए काम कर रही है। इससे कॉन्ट्रैक्ट पर 400 से अधिक लेखक जुड़े हैं जो कंपनी के लिए कंटेंट तैयार कर रहे हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2021 में इसे 2.80 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था लेकिन अगले ही वित्त वर्ष 2022 में यह गिरकर 1.168 करोड़ रुपये पर आ गया। हालांकि फिर स्थिति सुधरी और अगले वित्त वर्ष 2023 में इसे 6.85 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ जो वित्त वर्ष 2024 में उछलकर 12.03 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 69 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 93.67 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
