बिहार (Bihar) की चार विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के दौरान एक सवाल सबसे ज्यादा चर्चा में था वो ये कि क्या राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी अपने पहले चुनाव में खाता खोल पाएगी? अब इसका जवाब मिल चुका है. पीके यानी प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज सभी सीटों पर चुनाव हार चुकी है. लेकिन जिसका अनुमान था वही हुआ- आरजेडी का खेल खराब.
13 नवंबर को तरारी, रामगढ़, बेलागंज और इमामगंज विधानसभा सीट पर चुनाव हुए थे. पहले NDA और INDIA गठबंधन के बीच आमने-सामने की टक्कर मानी जा रही थी लेकिन प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी की एंट्री से मुकाबला दिलचस्प हो गया था.
अब नतीजों की बात करें तो 4 में से चारों सीट पर इंडिया गुट की हार हुई है. बीजेपी ने रामगढ़ और तरारी विधानसभा सीट से अपने उम्मीदवार उतारे थे और दोनों पर ही जीत हासिल हुई है. गया जिले की इमामगंज सीट से हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्यूलर) दीपा कुमारी चुनाव जीत गई हैं. वहीं बेलागंज सीट पर जेडीयू की मनोरमा देवी को जीत मिली है.
इस चुनाव में NDA से बीजेपी ने दो, JDU और HAM ने एक-एक सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. वहीं INDIA गुट से RJD ने तीन सीटों पर प्रत्याशियों को टिकट दिया था. इसके अलावा एक सीट पर CPI(ML) ने अपने उम्मीदवार उतारे थे. पिछले चुनाव में इन चार सीटों में से तीन पर इंडिया अलायंस को जीत मिली था. और एक सीट इमामगंज से हम के जीतनराम मांझी विधायक बने थे.
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किस सीट पर किसका कब्जा?
अब एक-एक कर आपको सभी सीटों का हाल बताते हैं.
सबसे पहले बात कैमूर की रामगढ़ विधानसभा सीट की, जहां आरजेडी के कद्दावर नेता जगदानंद सिंह के दूसरे बेटे अजित कुमार सिंह मैदान में थे. लेकिन अजित कुमार सिंह के लिए कुछ भी फैक्टर काम नहीं आया और वो तीसरे नंबर पर ही रह गए, अजित को सिर्फ 35825 वोट मिले हैं.
रामगढ़ से बीजेपी के अशोक सिंह को 1362 वोट से जीत हासिल हुई है. दूसरे नंबर पर बहुजन समाज पार्टी के सतीश कुमार यादव रहे हैं. सतीश कुमार को 60895 वोट मिले हैं. वहीं जन सुराज के सुशील सिंह कुशवाहा चौथे नंबर पर हैं, उन्हें सिर्फ 6513 वोट मिले हैं.
रामगढ़ सीट से पहले जगदानंद सिंह जीतते आ रहे थे. उसके बाद जगदानंद सिंह के बड़े बेटे सुधाकर सिंह यहां से विधायक बने. फिलहाल सुधाकर सिंह 2024 में बक्सर से सांसद बने हैं, उनके सासंद बनने के बाद यहां उपचुनाव कराया गया है.
जीतनराम मांझी की बहू की जीत, PK ने खेल बदल दिया
गया की इमामगंज सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की बहू दीपा मांझी चुनाव जीत गई हैं. दीपा मांझी को 53435 वोट मिले हैं. उन्होंने आरजेडी के रौशन कुमार को 5945 वोटों से हराया है. यह सीट जीतन राम मांझी के सांसद बनने के बाद खाली हुई थी.
हालांकि इस सीट पर आरजेडी की हार की अहम वजह जन सुराज पार्टी को माना जा सकता है. यहां से जन सुराज पार्टी के जितेंद्र पासवान को 37103 वोट आए हैं. वहीं असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM के उम्मीदवार कंचन पासवान को भी करीब 7 हजार वोट मिले हैं. जब्कि आरजेडी की हार सिर्फ 5945 वोटों से हुई है.
बेलागंज में आरजेडी को बड़ा नुकसान
गया की दूसरी सीट बेलागंज सीट पर आरजेडी के सांसद और बेलागंज के पूर्व विधायक सुरेंद्र यादव के बेटे विश्वनाथ सिंह को हार का सामना करना पड़ा है. विश्वनाथ सिंह को जेडीयू की मनोरमा देवी ने 21 हजार वोटों से हराया है.
इस सीट पर भी भी जन सुराज और AIMIM ने आरजेडी की हार में अहम योगदान दिया है. जन सुराज के उम्मीदवार मोहम्मद अमजद को 17285 वोट मिले हैं, साथ ही AIMIM के उम्मीदवार मोहम्मद जमीन अली हसन को 3533 वोट मिले हैं.
बता दें कि आरजेडी नेता सुरेंद्र यादव जहानाबाद से लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे हैं, जिसके बाद ये उपचुनाव हुआ था.
तरारी में का बा?
आरा जिले की तरारी सीट से भारतीय जनता पार्टी के विशाल प्रशांत चुनाव जीत गए हैं. विशाल बाहुबली सुनील पांडे के बेटे हैं. यहां से CPI(ML) के उम्मीदवार राजू यादव 10612 वोटों से चुनाव हार गए हैं. जन सुराज पार्टी को यहां सिर्फ 5622 वोट मिले हैं.
जन सुराज- तीन सीटों पर जमानत जब्त
अगर जनसुराज के ओवर ऑल प्रफॉर्मेंस की बात की जाए तो पार्टी को कुल वोट मिले हैं, 66523. साथ ही तीन सीटों पर जमानत जब्त हो गई है. इमामगंज से पार्टी के उम्मीदवार जितेंद्र पासवान को सबसे ज्यादा 37 हजार 103 वोट मिले हैं.