लखनऊ में लोहिया जयंती के मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर पर माला पहनने से रोक दिया गया, जो कि गलत था. उन्होंने कहा कि सरकार का यह तर्क कि वहां ‘जीव-जंतु’ हैं, पूरी तरह से अव्यवहारिक है. सपा प्रमुख ने कहा कि ऐसे तो सड़कें भी जानवरों से भरी होती हैं, तो क्या हम यातायात भी रोक देंगे?
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि यह एक बहाना मात्र था क्योंकि जेपीएनआईसी का विकास बेहद उन्नत है, जो बीजेपी के विकास कार्यों पर भारी पड़ता है. उन्होंने कहा, “समाजवादियों का काम आज भी जीवन्त है, जबकि सरकार का विकास फीका है.”
अखिलेश यादव ने पार्क को लेकर किए जा रहे दावे को गलत बताया
लोहिया पार्क में अधिक जीव-जंतु होते हुए भी वहां कोई खतरा नहीं बताया गया, जिससे उनकी बात की सत्यता पर सवाल खड़ा होता है. अखिलेश यादव ने कहा कि लोहिया पार्क समाजवादियों की देन है. ये सरकार इनका रखरखाव नहीं कर पा रही है तो महापुरुषों का सम्मान क्या करेगी.
इनके भाव विनाशकारी हैं- अखिलेश
अखिलेश ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा, “ये विनाशकारी लोग हैं.” उन्होंने कहा, “JPNIC जाने पर जीव जंतुओं से खतरा बताया लेकिन उससे ज्यादा जीव जंतु तो इस लोहिया पार्क में है, तो फिर यहां कोई खतरा नहीं है. यह केवल एक बहाना था रोकने के लिए क्योंकि जेपी निक का जो विकास है, वह उनके विकास के आगे विकास है. ये विनाशकारी लोग हैं. इनके भाव विनाशकारी हैं. उनके काम करने के तरीके विनाशकारी हैं.”
एनकाउंटर मामले पर सरकार को घेरा
आगे बढ़ते हुए, अखिलेश ने सरकार को जातिवादी करार देते हुए आरोप लगाया कि “एनकाउंटर में हत्या के बाद बैलेंस करने के लिए एक और हत्या कर दी गई.” उन्होंने कहा कि “इससे बड़ा जातिवादी कोई और नहीं हो सकता.” अखिलेश का कहना था कि यह प्रतिशोधात्मक राजनीति है, जो समाजवादी सिद्धांतों के खिलाफ है. उन्होंने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि हत्या करके बदला लेने की रणनीति अपनाई जा रही है, जो कि सरकार की जातिवादी मानसिकता को दर्शाता है.