सरकारी सूत्रों ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के परिणामस्वरूप भारत के रक्षा बजट में 50,000 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हो सकती है। सूत्रों ने बताया कि पूरक बजट के माध्यम से दी जाने वाली यह बढ़ोतरी कुल रक्षा आवंटन को 7 लाख करोड़ रुपये से अधिक कर देगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा 1 फरवरी को पेश किए गए 2025/26 के बजट में सशस्त्र बलों के लिए रिकॉर्ड 6.81 लाख करोड़ रुपये निर्धारित किए गए थे। इस वर्ष का आवंटन पहले से ही 2024/25 के 6.22 लाख करोड़ रुपये से 9.2 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि थी।
ऑपरेशन सिंदूर, जिसमें भारत ने सीमा पार किए बिना पाकिस्तान के भीतर नौ आतंकी शिविरों को नष्ट कर दिया, ने पाकिस्तान पर भारत की रक्षा क्षमताओं की श्रेष्ठता को प्रदर्शित किया। पाकिस्तान के साथ शत्रुता के दौरान, भारत की बहुस्तरीय वायु रक्षा प्रणाली, जिसमें इसकी स्वदेशी तकनीक भी शामिल है, ने लगभग हर आने वाली मिसाइल और ड्रोन को बेअसर कर दिया। लंबी दूरी की रूसी एस-400 ‘ट्रायम्फ’ प्रणाली के अलावा, भारत ने पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों को विफल करने के लिए बराक-8 मध्यम दूरी की एसएएम प्रणाली और स्वदेशी आकाश प्रणाली को तैनात किया। पिकोरा, ओएसए-एके और एलएलएडी गन (निम्न-स्तरीय वायु रक्षा बंदूकें) जैसी युद्ध-सिद्ध वायु रक्षा प्रणालियों का भी उपयोग किया गया।
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ऑपरेशन सिंदूर पर पीएम मोदी ने कहा-
पिछले महीने जम्मू-कश्मीर के पर्यटन स्थल में पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों ने 26 लोगों की हत्या कर दी, जिनमें कई नागरिक थे। इससे लोगों में आक्रोश फैल गया। सिंधु जल संधि को निलंबित करने सहित कई गैर-सैन्य उपायों के बाद, भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया – पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी शिविरों पर सटीक हवाई हमले किए। ऑपरेशन सिंदूर में भारत के अपने उन्नत हथियारों की क्षमताओं का प्रदर्शन किया गया, जिसकी प्रशंसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मई को अपने संबोधन में की। पीएम मोदी ने कहा इस ऑपरेशन के दौरान, हमारे मेड-इन-इंडिया हथियारों की विश्वसनीयता दृढ़ता से स्थापित हुई। दुनिया अब मानती है कि 21वीं सदी के युद्ध में मेड-इन-इंडिया रक्षा उपकरणों का समय आ गया है।
पहलगाम आतंकी हमला
पाकिस्ताना और भारत के बीच तनाव पहलगाम हमले के बाद काफी ज्यादा हो गया। दोनों देशों के बीच युद्ध की स्थिति पैदा हो गयी थी। लेकिन चार दिन तक चले तेज मिसाइल हमलों के बाद दोनों देशों में अपसी सहमति से सीजफायर हुआ।
2025 पहलगाम हमला भारतीय प्रशासित जम्मू और कश्मीर में पहलगाम के पास पांच सशस्त्र आतंकवादियों द्वारा पर्यटकों पर हमला था जिसमें 22 अप्रैल 2025 को 26 नागरिक मारे गए थे। आतंकवादियों ने मुख्य रूप से हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाया था, हालांकि हमले में एक ईसाई पर्यटक और एक स्थानीय मुस्लिम भी मारे गए।एम4 कार्बाइन और एके-47 से लैस हमलावर घने देवदार के जंगलों से घिरी बैसरन घाटी में पर्यटक स्थल में घुस गए। इस घटना को 2008 के मुंबई हमलों के बाद से भारत में नागरिकों पर सबसे घातक हमला माना जाता है। सीजफायर के बाद अब दोनों देशों के बीच युद्ध वाली स्थिति को टाल दिया गया है लेकिन अभी भी पाकिस्तान पर विश्वास नहीं किया जा सकता है।
