जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमला होने के 15 दिन के बाद ही भारत की सेना ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया है। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के साथ ही पाक के कब्जे वाले कश्मीर व अन्य नौ जगहों पर बने आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद हर राजनीतिक दल की ओर से सेना के इस शौर्य व पराक्रम का लोहा माना और उन्हें सराहा है
इसी बीच भारत सरकार ने आठ मई को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस बैठक में सभी राजनीतिक दल के नेताओं को ऑपरेशन सिंदूर के संबंध में जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। इसे लेकर संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में सर्वदलीय बैठक बुलाने के संबंध में जानकारी दी है। केंद्रीय मंत्रियों ने कहा, “सरकार ने 8 मई, 2025 को सुबह 11 बजे नई दिल्ली में संसद पुस्तकालय भवन, संसद परिसर में समिति कक्ष: जी-074 में सर्वदलीय नेताओं की बैठक बुलाई है।” बता दें कि ये बैठक भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान में उच्च स्तरीय सैन्य अभियान चलाए जाने के बाद बुलाई गई है। इस अभियान में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन सहित प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों से जुड़े बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया गया।
सूत्रों के अनुसार, विपक्षी नेताओं को ऑपरेशन सिंदूर के उद्देश्यों, सशस्त्र बलों द्वारा नष्ट किए गए लक्ष्यों और पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई की स्थिति में भारत की तैयारियों के बारे में जानकारी दी जाएगी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और किरेन रिजिजू बैठक में सरकार का प्रतिनिधित्व करेंगे।
कांग्रेस को उम्मीद है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद हुई सर्वदलीय बैठक के विपरीत, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आगामी बैठक में “कम से कम” उपस्थित रहेंगे। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने संवाददाताओं से कहा, “हमें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री मोदी कम से कम कल की सर्वदलीय बैठक में शामिल होंगे। हमने 24 अप्रैल को प्रधानमंत्री की उपस्थिति का अनुरोध किया था, लेकिन वह इसमें शामिल नहीं हुए। उन्हें कम से कम कल तो शामिल होना ही चाहिए।”
