Explore

Search

July 1, 2025 8:18 pm

Time To Time Investment: एक महीने में 26 हजार करोड़ से ज्यादा रहा इनफ्लो……’SIP ने तोड़े सारे रिकॉर्ड……..

WhatsApp
Facebook
Twitter
Email

अगर आप सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) में निवेश करते हैं, तो यह खबर आपके काम की साबित हो सकती है. भारत में SIP निवेश ने एक नया रिकॉर्ड कायम किया है. Association of Mutual Funds in India (AMFI) की रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल 2025 में SIP के जरिए म्यूचुअल फंड्स में कुल 26,632 करोड़ रुपये का इनफ्लो दर्ज किया गया, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. इस दौरान लगभग 8.38 करोड़ निवेशकों ने SIP में हिस्सा लिया, जो दर्शाता है कि SIP निवेश की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है.

इक्विटी फंड्स में गिरावट, लेकिन SIP में मजबूती

जहां SIP निवेश में नया रिकॉर्ड बना, वहीं दूसरी ओर इक्विटी फंड्स का प्रदर्शन कुछ कमजोर रहा. अप्रैल 2025 में इक्विटी स्कीम्स में इनफ्लो घटकर 24,269 करोड़ रुपये पर आ गया, जो पिछले 12 महीनों का सबसे निचला स्तर है. स्मॉल-कैप स्कीम्स में इनफ्लो 2.3% गिरकर 3,999 करोड़ रुपये रह गया, जबकि मिड-कैप स्कीम्स में भी 3.6% की गिरावट दर्ज की गई.

इसके विपरीत, लार्ज-कैप फंड्स में मामूली बढ़त देखने को मिली, जहां इनफ्लो 2,671 करोड़ रुपये रहा. सेक्टोरल और थीमैटिक फंड्स में निवेशकों का रुझान बढ़ा, और इसमें कुल 2,001 करोड़ रुपये का इनफ्लो दर्ज हुआ. खास बात यह है कि यह वृद्धि किसी नए NFO (New Fund Offer) के कारण नहीं, बल्कि निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी के कारण हुई है.

हर बीमारी पर पड़ेगा भारी: इम्यूनिटी हो कम, स्ट्रेस करे परेशान, वजन हो ज्यादा तो डाइट में शामिल करें यह पावरफुल नीला फल……

हाइब्रिड फंड्स की वापसी और गोल्ड ETF में गिरावट

अप्रैल में गोल्ड ETF में हल्का सा आउटफ्लो देखा गया, जो 5.82 करोड़ रुपये रहा. इसका मुख्य कारण यह है कि निवेशकों ने सोने के उच्चतम स्तर पर मुनाफा बुक कर लिया. दूसरी ओर, हाइब्रिड फंड्स, खासकर अरबिट्राज स्कीम्स, में 11,000 करोड़ रुपये का इनफ्लो दर्ज हुआ. यह दिखाता है कि हाइब्रिड फंड्स अब निवेशकों के लिए एक सुरक्षित ‘पार्किंग स्पेस’ बनते जा रहे हैं, जहां वे अस्थायी रूप से अपनी पूंजी को पार्क कर सकते हैं.

भारतीय निवेशक अब समझदारी से कर रहे हैं निवेश

AMFI का डेटा यह स्पष्ट करता है कि भारतीय निवेशक अब अधिक समझदार हो गए हैं. वे सोशल मीडिया या अफवाहों के शोर में फंसने के बजाय, अपने निवेश को फंडामेंटल्स पर आधारित कर रहे हैं. भले ही अप्रैल में नेट इनफ्लो में 3.2% की गिरावट आई हो, लेकिन इक्विटी AUM (Asset Under Management) में 4% और पूरे म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के AUM में 6% की वृद्धि दर्ज की गई है.

अब म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का कुल AUM 69.9 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है. यह डेटा यह साबित करता है कि भारतीय निवेशक SIP और म्यूचुअल फंड्स में दीर्घकालिक निवेश के महत्व को समझ रहे हैं और बाजार की अस्थिरता से प्रभावित हुए बिना अपने निवेश को जारी रख रहे हैं.

ताजा खबरों के लिए एक क्लिक पर ज्वाइन करे व्हाट्सएप ग्रुप

Leave a Comment

Advertisement
लाइव क्रिकेट स्कोर