Gold Rate Today: बजट के बाद लगातार दूसरे दिन सोने के भाव में गिरावट आई है। आज 4 फरवरी मंगलवार को सोना सस्ता हुआ है। आज 24 और 22 कैरेट सोने के भाव में 400 रुपये तक कम हुआ है। 10 ग्राम सोने का भाव औसत 84,100 रुपये के आसपास कारोबार कारोबार कर रहा है। सरकार ने सोने पर बजट में इंपोर्ट ड्यूटी नहीं बढ़ाई है। इससे इन्वेस्टर को राहत जरूर मिली होगी। कहीं न कहीं इसका फायदा आम ग्राहकों को भी मिला है। सोने का भाव अब अपनी पीक से नीचे आ रहा है।
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क्यों हैं गोल्ड 84000 रुपये के पार?
अंतरराष्ट्रीय बाजार में उथल-पुथल और अमेरिकी नीतियों में बदलाव की वजह से निवेशक सोने को सुरक्षित निवेश मानकर इसमें पैसा लगा रहे हैं, जिससे इसकी कीमतें बढ़ी हुई हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर ब्याज दरें कम होती हैं और बाजार में अनिश्चितता बनी रहती है, तो सोने और चांदी की कीमतें और बढ़ सकती हैं। भारत में शादी-ब्याह और त्योहारों के समय सोने की मांग बढ़ती है, जिससे आने वाले महीनों में इसकी कीमतों में और तेजी आ सकती है।
दिल्ली-मुंबई में 24 और 22 कैरेट सोने का दाम हुआ कम
दिल्ली में 24 कैरेट सोना करीब 400 रुपये की गिरावट के साथ 84,190 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जबकि 22 कैरेट सोना 77,190 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बना हुआ है। मुंबई में 24 कैरेट सोने का दाम 84,040 और 22 कैरेट सोना 77,040 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है। यहां जानें देश के 4 बड़े शहरों में सोने का 4 फरवरी 2025 का दाम।
शहर का नाम | 22 कैरेट गोल्ड रेट | 24 कैरेट गोल्ड रेट |
दिल्ली | 77,190 | 84,190 |
चेन्नई | 77,040 | 84,040 |
मुंबई | 77,040 | 84,040 |
कोलकाता | 77,040 | 84,040 |
4 फरवरी को चांदी की कीमत
शनिवार 3 फरवरी को चांदी की कीमत मे मामूली गिरावट आई। चांदी के भाव में 100 रुपये नरमी रही। चांदी की कीमत 99,300 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई है। इससे पहले चांदी का भाव 99,400 रुपये था। चांदी 1,00,000 रुपये रिकॉर्ड स्तर से पर फिर से अभी तक नहीं आई है।
देश में कैसे तय होती है सोने की कीमत?
भारत में सोने की कीमत कई वजहों से बदलती रहती है, जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजार के भाव, सरकार की लगाई गई इंपोर्ट ड्यूटी, टैक्स और रुपए की कीमत में उतार-चढ़ाव। सोना सिर्फ निवेश का साधन नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति का अहम हिस्सा भी है। शादी-ब्याह और त्योहारों के समय इसकी मांग बढ़ने से कीमतें भी बढ़ जाती हैं। लोग इसे सुरक्षित निवेश मानते हैं, इसलिए इसकी कीमत में बदलाव का असर आम लोगों की जेब पर भी पड़ता है।