Rain Alert: देश के कई राज्यों को अभी बारिश से निजात नहीं मिलने वाली है. मौसम विभाग (IMD) ने 16 अक्टूबर तक कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट दिया है. विभाग के अनुसार, अगले 2 दिनों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, बिहार और झारखंड से वापस जाने की संभावना है. हालांकि, कई राज्यों, खासकर दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में भारी बारिश देखने को मिल सकती है.
इन राज्यों में होगी भारी बारिश
दक्षिणी राज्यों के लिए आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार 15 अक्टूबर तक तमिलनाडु और पुडुचेरी में बारिश के आसार हैं. अगले छह दिनों में केरल में जबकि 14 से 16 अक्टूबर तक आंध्र प्रदेश में भारी बारिश का पूर्वानुमान है. कर्नाटक में भी 14 अक्टूबर को बारिश होगी. तमिलनाडु और केरल में 13 और 14 अक्टूबर को बहुत भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है.
दिल्ली में मौसम रहेगा साफ
दिल्ली में 16 अक्टूबर तक मौसम साफ रहने की संभावना व्यक्त की गई है. यहां का अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रिकॉर्ड किया जा सकता है. दिल्ली में सोमवार को न्यूनतम तापमान 18.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो इस मौसम में औसत से एक डिग्री कम है. अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है.
राजस्थान के पूर्वी हिस्सों में कई जगह बारिश
राजस्थान के पूर्वी हिस्सों में कई जगह सोमवार को सुबह तक बीते चौबीस घंटों के दौरान हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई. मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार, इस दौरान पूर्वी राजस्थान में कहीं-कहीं पर हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गयी जबकि पश्चिमी राजस्थान में मौसम मुख्यतः शुष्क रहा. सबसे अधिक 47 मिलीमीटर बारिश डूंगला (चित्तौडगढ़) में दर्ज की गयी. सर्वाधिक 38.2 डिग्री सेल्सियस तापमान गंगानगर में दर्ज किया गया.
झारखंड में बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने बताया है कि बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवात की वजह से लो प्रेशर एरिया बनता नजर आ रहा है. इसका आंशिक असर झारखंड के मौसम पर पड़ सकता है. सोमवार को आसमान साफ और मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन 15 अक्टूबर मंगलवार को राज्य के दक्षिणी भाग में वर्षा होने की संभावना है. अगले 4 दिन तक झारखंड के अधिकतम तापमान में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं दिख रही है.
बिहार का मौसम
मौसम विज्ञान केंद्र, पटना की ओर से जानकारी दी गई है कि अगले तीन दिनों तक बिहार के मौसम में कोई खास बदलाव नहीं होगा. सूबे के निचले इलाकों से पश्चिमी हवा अब ऊपर की ओर बढ़ रही है. इसके कारण धीरे-धीरे अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कमी आने की संभावना जताई जा रही है.