राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 28 सितंबर को धरना देंगे। गहलोत ने एक्स पर लिखा-सरकार की इस हठधर्मिता के विरोध एवं गांधी वाटिका म्यूजियम को आम जनता के लिए शुरू करने हेतु मैं एवं तमाम गांधीवादी 28 सितंबर, शनिवार को सेंट्रल पार्क के गेट नंबर 5 पर स्थित गांधी वाटिका म्यूजियम पर सुबह 11 बजे से अपराह्न 4 बजे तक धरना देंगे।
करीब एक साल पूर्व उद्घाटन हो जाने के बाद भी भाजपा सरकार ने सेंट्रल पार्क, जयपुर स्थित गांधी वाटिका म्यूजियम को आम जनता के लिए नहीं खोला है। करीब 85 करोड़ रुपए लागत से यह विश्वस्तरीय म्यूजियम बना है। मैंने व्यक्तिगत तौर पर एवं पत्र लिखकर भी मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा से आग्रह किया कि जनता के बीच गांधीजी के सत्य एवं अहिंसा के संदेश को पहुंचाने के लिए इस म्यूजियम को शुरू किया जाए।
सीएम पुष्कर: चारधाम यात्रा के पास ही होगी ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था…..
बता दें गहलोत कहते रहे है कि गांधी दर्शन को युवाओं तक पहुंचाने के उद्देश्य से गहलोत ने प्रदेश में अलग से शांति एवं अहिंसा निदेशालय की स्थापना की। राजस्थान पहला राज्य है जिसने गांधी के विचारों को आमजन तक पहुंचाने के लिए अलग से निदेशालय बनाया है। लेकिन प्उरदेश में सत्ता परिवर्तन होते ही गहलोत को कामों पर रोक लगा दी है। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की ओर से जारी महात्मा गांधी सेवा प्रेरक भर्ती 2023 को भजनलाल सरकार ने बंद कर दिया। इस भर्ती के तहत कुल 50000 पदों पर भर्तियां की जानी थी।
शांति एवं अहिंसा विभाग की तरफ से राजस्थान के सभी जिलों के सभी राजस्व ग्रामों एवं शहरी क्षेत्र के सभी वार्डों के लिए यह भर्ती होनी थी। महात्मा गांधी सेवा प्रेरक भर्ती 2023 का नोटिफिकेशन कुछ महीने पहले ही जारी हुआ था। इस भर्ती के तहत कुल 50 पदों पर भर्तियां होनी थी। वर्तमान में इस भर्ती पर हाईकोर्ट की रोक लगी हुई थी। इसी बीच अब भर्ती के लिए जारी प्रक्रिया को बंद करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। इससे पहले भजनलाल सरकार ने राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप योजना को 31 दिसंबर तक बंद करने के आदेश जारी किए थे। इस बात को लेकर भी अशोक गहलोत नाराज बताए जा रहे है।