रोहित शर्मा ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था. उनके जाने के बाद बीसीसीआई ने लंबी चर्चा के बाद शुभमन गिल को टीम इंडिया का टेस्ट कप्तान बनाया है. वो इस फॉर्मेट में भारत के 37वें कप्तान होंगे और इंग्लैंड दौरे से इस पद को संभालेंगे. इस बीच अब टीम इंडिया के दिग्गज ऑलराउंडर युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने एक बड़ा दावा किया है. उनका कहना है कि गिल के कप्तान बनने के पीछे उनके बेटे का हाथ है. युवराज की वजह से ही आज गिल भारतीय टीम का कप्तान बन पाएं हैं. इसका क्रेडिट उन्हें जाता है.
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योगराज सिंह ने क्या कहा?
योगराज ने दावा किया कि गिल के कप्तान बनने का श्रेय उनके पिता के अलावा युवराज को जाता है. उन्होंने अपने बेटे को “ग्रेट क्रिकेटिंग ब्रेन” बताते हुए योगराज ने कहा कि युवराज के मार्गदर्शन के कारण ही गिल आज कप्तान बनने के काबिल हुए हैं और लंबे समय तक कप्तान बने रहेंगे. योगराज सिंह ने कहा, “अगर गिल आज कप्तान बने हैं और लंबे समय तक बने रहेंगे, तो इसमें युवराज सिंह का मार्गदर्शन अहम भूमिका निभाएगा. इसमें उनका बड़ा योगदान है. दुनिया के महान क्रिकेट खिलाड़ी युवराज जैसे व्यक्ति का गिल को अपने संरक्षण में लेना बड़ी बात है.”
25 साल और 258 दिन की उम्र में गिल भारत की टेस्ट टीम का कप्तान बनने वाले चौथे सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं. उनसे पहले सचिन तेंदुलकर 23 साल और 169 दिन की उम्र में टेस्ट कप्तान बने थे. वहीं कपिल देव 24 साल 48 दिन और रवि शास्त्री 25 साल 229 दिन की उम्र में भारत के लिए टेस्ट में कप्तानी कर चुके हैं. गिल के पास टेस्ट में कप्तानी का अनुभव नहीं है, लेकिन उन्होंने 2024 में जिम्बाब्वे में 5 मैचों की टी20I सीरीज में भारत का नेतृत्व किया था. गिल वनडे और टी20 इंटनेशनल मैचों में उपकप्तान भी रहे हैं. फरवरी 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी में वह उपकप्तान थे. वहीं IPL में गुजरात टाइटन्स की कप्तानी भी कर चुके हैं. उनकी कप्तानी में गुजरात की टीम में प्लेऑफ में पहुंच चुकी है.
कोरोना महामारी के दौरान दी थी ट्रेनिंग
कोरोना माहामरी के दौरान युवराज सिंह ने अपने घर चंडीगढ़ में पंजाब के युवा क्रिकेटरों के लिए कैंप की व्यवस्था की थी. उन्होंने शुभमन गिल, अनमोलप्रीत सिंह और अभिषेक शर्मा जैसे खिलाड़ियों को करीब एक महीने तक ट्रेनिंग दी थी. वो अक्सर इन खिलाड़ियों को अपना गाइडेंस देते रहते हैं.
