राजधानी दिल्ली की एक कोचिंग में अचानक पानी भरने से तीन बच्चों की मौत हो गई है। दरअसल, राव आईएएस एकेडमी की बेसमेंट में बनी लाइब्रेरी में कुछ बच्चे पढ़ाई कर रहे थे। महज दो से तीन मिनट के अंदर पूरा बेसमेंट पानी से लबालब भर गया। हृदेश चौहान नाम का एक छात्र उस समय लाइब्रेरी में ही था। हृदेश ने उस हादसे की खौफनाक कहानी सुनाई है। उसने बताया, ‘उस समय हम सभी लोग लाइब्रेरी में पढ़ रहे थे। इससे 10-15 मिनट पहले हमलोग बेसमेंट के ऊपर थे। उसी समय बारिश शुरू हो गई थी।’
चिल्लाने लगा गार्ड
यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्र हृदेश ने आगे बताया, ‘बारिश होने के बाद मैंने और मेरे दोस्त ने चाय पीने का सोचा। लेकिन अचानक बहुत तेज बारिश होने लगी। दरअसल, मेरी लाइब्रेरी शाम सात बजे बंद हो जाती है। उस समय हम लोग लाइब्रेरी में जाकर बैठ गए। तब साढ़े छह बज रहा होगा। हम लोग लाइब्रेरी में थे तभी हमारे गार्ड वहां भागकर आए और चिल्लाने लगे। उन्होंने कहा, ‘जल्दी करो, जल्दी करो… पानी आ रहा है बहुत तेज। बैग पैक करो।’ उनकी बात मैंने सुन ली क्योंकि मैं मेन गेट के पास ही बैठा हुआ था। मैं तुरंत खड़ा हुआ और अपने दोस्त से निकलने के लिए कहा। हमारी लाइब्रेरी में दो गेट हैं। हमलोग मेन गेट से निकल लिए। जितने लोग निकल सके सब जल्दी-जल्दी निकले। लेकिन कुछ लोग जो पीछे बैठे हुए थे, उनको निकलने में दिक्कत हुई थी। लाइब्रेरी में उस वक्त 30 से 35 बच्चे थे।’
यह भी जानिए: एक महीने पहले एक छात्र ने की थी शिकायत
सिविल सेवा की तैयारी कर रहे ग्वालियर के एक छात्र ने सोमवार को दावा किया कि उसने नई दिल्ली स्थित ‘राव आईएएस स्टडी सर्किल’ के बेसमेंट के कथित अवैध इस्तेमाल के बारे में एक महीने पहले केंद्र सरकार के पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी। छात्र किशोर सिंह कुशवाह ने कहा कि जहां संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) परीक्षाओं के लिए यह प्रसिद्ध कोचिंग सेंटर स्थित है वह इलाका दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के अधिकार क्षेत्र में आता है और अगर उसने उनकी शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की होती तो विद्यार्थियों की जानें बच सकती थीं।
ग्वालियर में यूपीएससी परीक्षाओं के लिए कोचिंग ले रहे किशोर सिंह कुशवाह ने कहा कि उन्होंने 26 जून को केंद्र सरकार के लोक शिकायत (पीजी) पोर्टल पर राव आईएएस स्टडी सर्किल और राष्ट्रीय राजधानी में अन्य संस्थानों के बेसमेंट से कक्षाएं और पुस्तकालय संचालित किए जाने के बारे में अपनी शिकायत अपलोड की थी। कुशवाह ने दावा किया कि उन्होंने 15 और 22 जुलाई को दो रिमाइंडर भी भेजे थे लेकिन एमसीडी के अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की।