वीकेंड पर नींद पूरी कर हार्ट की बीमारियों का खतरा कम कर सकते हैं. हाल ही में आई एक रिसर्च में इसका खुलासा हुआ है. दरअसल, नौकरी करने वालों की आज सबसे बड़ी समस्या नींद है. रात-रातभर काम और टेंशन की वजह से नींद पूरी नहीं हो पाती है, जिसका असर उनके फिजिकल और मेंटल हेल्थ पर देखने को मिलता है. लेकिन 90,000 लोगों पर हुईं स्टडी में खुलासा हुआ कि अगर वीकेंड पर नींद पूरी कर ली जाए तो हार्ट की सेहत बेहतर बनाई जा सकती है. जानिए क्या कहता है रिसर्च.
वीकेंड पर पूरी करें नींद, हार्ट की हेल्थ रहेगी बेहतर
यूरोपियन सोसायटी ऑफ कार्डियोलॉजी की एक बैठक में पेश इस स्टडी में बताया गया कि यूके बायोबैंक प्रोजेक्ट का हिस्सा रहे 90,903 लोगों का डेटा एनालिसिस करने के बाद पता चला कि 19,816 लोग ऐसे थे, जिनकी नींद पूरी नहीं हो पा रही है. 14 साल तक चली इस स्टडी में पाया गया कि वीकेंड में अपनी नींद पूरी करने वालों में दिल की बीमारियों का जोखिम बाकियों की तुलना में 19% तक कम था.
कम्पेन्सेटरी नींद है जरूरी
ऐसी नींद जो नींद की कमी के बाद अलग से समय निकालकर पूरी की जाती है, उसे कम्पेन्सेटरी नींद कहते हैं. पूरे हफ्ते भागदौड़ के बाद बहुत से लोग वीकेंड पर ज्यादा सोकर इसे पूरी करने की कोशिश करते हैं.स्टडी में उन पर फोकस किया गया, जिनकी नींद पूरी नहीं हो रही थी. उनमें हार्ट की बीमारियां दूसरों से ज्यादा मिलीं.
नींद क्यों है जरूरी
इस स्टडी के प्रमुख प्रोफेसर यानजुन सोंग ने बताया कि कम्पेन्सेटरी स्लीप हार्ट डिजीज का रिस्क घटाती है. स्टडी में शामिल जेचेन लियू ने बताया कि वीकेंड पर नींद पूरी कर दिल ही बीमारियों का जोखिम कम किया जा सकता है. हालांकि, यह भी ध्यान रखना चाहिए कि कम्पेन्सेटरी स्लीप मददगार तो हो सकती है लेकिन पूरे हफ्ते की नॉर्मल स्लिप साइकिल को पूरी नहीं कर सकती है.
दिल के लिए क्यों जरूरी नींद
जब हम नींद में होते हैं तो हमारा शरीर कई तरह की प्रक्रियाओं से गुजरता है. इस दौरान दिल और ब्लड वेसेल्स को रिपेयर कर उसका रखरखाव करता है. इसके अलावा भी कई तरह की चीजें होती हैं. ऐसे में जब नींद की कमी होती है तो सेहत को दिक्कतें होने लगती हैं. नींद की कमी से हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा, डायबिटीज और हार्ट डिजीज जैसी समस्याएं हो सकती हैं. नींद पूरी न होने से शरीर में ज्यादा स्ट्रेस हार्मोन पैदा होता है, जो दिल की धड़कन और ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है. धीरे-धीरे हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ता जाता है. इसलिए पर्याप्त नींद हर किसी के लिए जरूरी है.