भारतीय रेसलर विनेश फोगाट को ओलंपिक से डिसक्वालिफाई कर दिया गया. इसे लेकर तमाम लोग सरकार पर विफर पड़े. कई लोगों ने कहा कि सरकार ने विनेश का साथ नहीं दिया. उसे मदद मुहैया नहीं कराई. इस वजह से ऐसी हालत बनी. लेकिन लोकसभा में खेल मंत्री ने जो जवाब दिया, उससे साफ हो गया कि सरकार ने विनेश को भरपूर मदद की थी. ये भी बताया कि विनोश फोगाट को ओलंपिक की तैयारी करने के लिए क्या-क्या मुहैया कराया गया. कितने पैसे दिए गए.
खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने लोकसभा में कहा, विनेश फोगाट को ओलंपिक की तैयारी के लिए काफी मदद की गई. उनके लिए स्पेशल पर्सनल ट्रेनर नियुक्त किए गए. हंगरी के एक्सपर्ट कोच वोलेर अकोस और फिजियो अश्विनी पाटिल को उनके लिए नियुक्त किया गया. स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंंग एक्सपर्ट , स्पारिंग पार्टनर लगाए गए. इन सबको पैसा सरकार की ओर से दिया गया. खेल मंत्री ने बताया कि विनेश को ओलंपिक की तैयारी पर सरकार 70,45,775 रुपये खर्च किए. इस मौके पर उन्होंने खर्च का पूरा ब्योरा भी दिया.
मंडाविया ने बताया कि विनेश फोगाट को स्पेन ने ग्रैंड प्रिक्स में भाग लेने के लिए वित्तीय सहायता दी गई. साथ ही 3 जुलाई से 13 जुलाई तक मैड्रिड में इंटरनेशनल ट्रेनिंग कैंप में शामिल होने के लिए अतिरिक्त मदद दी गई. इसके अलावा फ्रांस के बुलोन सु-मेर में प्री ओलंपिक ट्रेनिंग के लिए अतिरिक्त मदद दी गई. इंटरनेशनल कुश्ती संघ की सेकेंड सीरीज 6 जून से 9 जून तक हंगरी के बुडापेस्ट में आयोजित की गई, 10 जून से 21 जून तक टाटा ओलंपिक सेंटर हंगरी में स्पेशल स्टाफ के लिए आर्थिक मदद दी गई.