लखनऊ: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों के साथ ही कुछ विवादित मुद्दों को हवा देने की कोशिश लगातार की जा रही है। एक तरफ राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के जरिए एक अलग माहौल बन रहा है। करीब 500 सालों के बाद रामलला अपने मंदिर में विराजमान होंगे। इसको लेकर 22 जनवरी को अयोध्या में भव्य समारोह होगा। इसे हिंदू धर्म के एक बड़े आयोजन के रूप में देखा जा रहा है। वहीं, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर हिंदू धर्म को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने हिंदू धर्म को धोखा करार दिया है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने पीएम नरेंद्र मोदी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के बयानों को आधार बताते हुए हिंदू धर्म को धोखा के रूप में स्थापित करने की कोशिश की है। स्वामी प्रसाद मौर्य का बयान ऐसे समय में आया है, जब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव उन पर लगाम लगाने की बात करते दिख रहे हैं।
क्यों गरमाया है मामला?
स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार हिंदुओं के खिलाफ आग उगल रहे हैं। रामचरितमानस पर विवादित बयान देने के बाद से स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार हिंदुओं को टारगेट कर रहे हैं। रामचरितमानस को दलित- महिलाओं के खिलाफ बताकर धर्मग्रंथ का लगातार उन्होंने अपना किया। इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी के भीतर भी सवाल उठने लगे। स्वामी प्रसाद मौर्य का विरोध करने में रोली मिश्रा तिवारी और ऋचा सिंह को पार्टी से निकाल दिया गया। हालांकि, बाद में अखिलेश यादव ने तमाम नेताओं के बयानों पर रोक लगा दी। हालांकि, पिछले दिनों अखिलेश के सामने यह मुद्दा बड़ा होता दिखा है। इसके बाद भी स्वामी प्रसाद मौर्य विरोध करने वालों पर निशाना चूकने से बाज नहीं आ रहे।
लोकसभा चुनाव से पहले गरमा रहा मामला
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले हिंदू धर्म को निशाना बनाकर स्वामी प्रयाद मौर्य एक अलग ही राजनीति कर रहे हैं। एक तरफ अखिलेश यादव PDA यानी पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक वोट बैंक को एकजुट बनाने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं, उनकी नजर सामान्य वर्ग के भी वोट बैंक पर है। राजपूत समाज के बाद ब्राह्मण सम्मेलन के जरिए उन्होंने इस जाति वर्ग को साधने की कोशिश की है। हालांकि, ब्राह्मण सम्मेलन के दौरान अखिलेश के सामने ही स्वामी के बयानों का मुद्दा गरमा दिया। इसके बाद अखिलेश यादव ने इस पर लगाम लगाने की बात कही। हालांकि, अब स्वामी का नया बयान सामने आ गया है।