एफडी में निवेश को को वैसे मार्केट की तुलना में सेफ माना जाता है. लेकिन जब से भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में कटौती है. तब से देश के लगभग सारे बड़े बैंकों ने एफडी रेट्स में कटौती करने का ऐलान किया है. FD से लोगों की कमाई कम हो गई है. लेकिन, अगर आप अपने पैसे को सेफ जगह निवेश करना चाहते हैं. तो कुछ सरकारी स्कीम्स आपके लिए बेहतर हो सकती हैं, जिसमें जीरो रिस्क है और रिटर्न फिक्स्ड है.
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किसान विकास पत्र
किसान विकास पत्र भारत सरकार की एक और बचत योजना है, जिसमें 7.5% की ब्याज दर मिलती है. इसकी खासियत यह है कि इसमें निवेश की गई राशि 115 महीनों (यानी 9 साल 7 महीने) में दोगुनी हो जाती है. यह एक सुरक्षित निवेश विकल्प है, जिसमें रिटर्न की गारंटी होती है. इस योजना में न्यूनतम 1000 रुपये से निवेश शुरू किया जा सकता है और अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है. इसमें भी आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक कर छूट मिलती है. अधिक जानकारी के लिए आप भारतीय डाक या किसी बैंक की वेबसाइट पर जा सकते हैं.
सुकन्या समृद्धि योजना
सुकन्या समृद्धि योजना भारत सरकार की एक बचत योजना है, जिसमें 8.2% की दर से ब्याज मिलता है. इस योजना का उद्देश्य बेटियों का भविष्य सुरक्षित करना है, ताकि उनकी पढ़ाई या शादी में कोई बाधा न आए. इस स्कीम में 10 साल से कम उम्र की बेटियों के लिए उनके माता-पिता या कानूनी अभिभावक खाता खोल सकते हैं. इसमें सालाना न्यूनतम 250 रुपये से लेकर अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक जमा किए जा सकते हैं. खाता बैंक या डाकघर में खोला जा सकता है. योजना की परिपक्वता अवधि बेटी के 21 साल होने तक या 18 साल की उम्र के बाद शादी होने तक है. आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की कर छूट उपलब्ध है.
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम में 7.4% की ब्याज दर पर निवेशकों को रिटर्न मिलता है. इसकी परिपक्वता अवधि 5 साल है. इसमें न्यूनतम 1000 रुपये से निवेश शुरू किया जा सकता है और 1000 रुपये के गुणक में निवेश किया जा सकता है. सिंगल अकाउंट के लिए अधिकतम जमा सीमा 9 लाख रुपये और जॉइंट अकाउंट के लिए 15 लाख रुपये है.
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) में 7.7% की वार्षिक ब्याज दर मिलती है. इसकी परिपक्वता अवधि 5 साल है. इसमें न्यूनतम 1000 रुपये से निवेश शुरू किया जा सकता है और अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है. NSC में मिलने वाले ब्याज पर आयकर देना होता है.
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS)
यह योजना रिटायरमेंट के बाद वरिष्ठ नागरिकों को वित्तीय स्थिरता प्रदान करने के लिए बनाई गई है. इसमें 8.2% की दर से आकर्षक ब्याज मिलता है. 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोग इस स्कीम में निवेश कर सकते हैं. न्यूनतम जमा राशि 1000 रुपये और अधिकतम 30 लाख रुपये है. इसमें भी आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की कर छूट मिलती है.
