नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को देश की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बनाने का विजन रखा है। एक ही दिन में आई दो रिपोर्टों ने उनके इस विजन पर मुहर लगाई है। अभी भारत दुनिया की पांचवीं बड़ी इकॉनमी है। भारत से आगे अमेरिका, चीन, जर्मनी और जापान हैं। भारत के 2026 में जापान और 2027 में जर्मनी से आगे निकलने का अनुमान है। लेकिन हाल में हुए घटनाक्रमों को देखें तो भारत अनुमान से कहीं पहले इस मुकाम पर पहुंच सकता है। जापान फिलहाल मंदी में फंसा है जबकि जर्मनी की इकॉनमी भी संघर्ष कर रही है। इस बीच ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म Jefferies ने भारतीय इकॉनमी को लेकर सकारात्मक रुख जताते हुए कहा कि आने वाले पांच साल में देश की इकॉनमी पांच ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगी। इस लिहाज से भारत 2027 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन जाएगी।
जैफरीज का कहना है कि 2027 में भारत के आगे केवल चीन और अमेरिका नजर आएंगे। Jefferies ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि दुनिया की तीन सबसे बड़ी इकॉनमी में स्थान बनाने के लिए देश की जीडीपी की लगातार अच्छी ग्रोथ, जियोपॉलिटिक्स में इंडिया की मजबूत स्थिति, स्टॉक मार्केट के बढ़ते एमकैप, लगातार रिफॉर्म्स और मजबूत कॉरपोरेट कल्चर जिम्मेदार होंगे। जेफरीज की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय स्टॉक मार्केट अब दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा मार्केट बन चुका है। 2030 तक इंडियन मार्केट का मार्केट कैपिटलाइजेशन 10 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाने की उम्मीद है। भारत में 5 अरब डॉलर से ज्यादा मार्केट कैप वाली 167 कंपनियां हैं।
कहां तक पहुंची इकॉनमी
जेफरीज के इंडिया इक्विटी एनालिस्ट महेश नंदुरकर ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि बीते 10 साल में इंडिया की जीडीपी में 7 फीसदी सीएजीआर से तेजी देखी गई है। यह 3.6 ट्रिलियन डॉलर की हो गई है। इस समय भारत की अर्व्यवस्था आठवें पायदान से पांचवें पायदान पर पहुंच गई है। उम्मीद है कि आगे आने वाले चार साल में भारत की जीडीपी 5 ट्रिलियन डॉलर की हो जाएगी। पांच ट्रिलियन डॉलर पहुंचते ही यह दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन जाएगी। हाल में आई रिपोर्ट के मुताबिक डॉलर टर्म में जापान की इकॉनमी 4.2 ट्रिलियन डॉलर है जबकि जर्मनी की इकॉनमी का साइज 4.5 ट्रिलियन डॉलर है।
उधर वर्ल्ड इकॉनमिक फोरम के प्रेजिडेंट बोर्गे ब्रेंडे ने कहा है कि भारत 10 ट्रिलियन इकॉनमी बनने की राह पर चल रहा है। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। दुनिया की सभी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में भारतीय इकॉनमी सबसे तेजी से आगे बढ़ रही है। भारत महत्वपूर्ण सुधारों से गुजरा है और आने वाले वर्षों में वैश्विक राजनयिक परिदृश्य पर भारत की बड़ी छाप दिखेगी। ब्रेंडे ने कहा कि भारत 7 फीसदी के दर आर्थिक विकास कर रहा है और दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका भी बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। भारत में विदेशी निवेश में लगातार इजाफा देखा जा रहा है, मैन्युफैक्चरिंग एक्टिविटी बढ़ रही है जो पहले दूसरे देशों में देखने को मिलता था।
