Explore

Search

October 16, 2025 3:56 pm

शेयर की 1971 वाली क्लिप……’ट्रंप को भारतीय सेना ने दिखाया आईना, खुद पाकिस्तान को 1954 से बेच रहा हथियार…..

WhatsApp
Facebook
Twitter
Email

Donald Trump: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस समय भारत पर हमलावर है. ट्रंप आरोप लगा रहे है कि भारत रूस से तेल खरीद कर युद्ध में उसकी मदद कर रहा है. इसके लिए ट्रंप ने भारत पर पेनल्टी लगाने की बात कही है. अब ट्रंप के इस आरोप पर पलटवार करते हुए भारतीय सेना ने आइना दिखाया है.

सेना के इंस्ट्रर्न कमांड ने एक्स पर एक पोस्ट किया है जिसमें 1971 के अखबार का एक कट लगा हुआ है. जिसमें यह बताया गया है कि अमेरिका ने पाकिस्तान को 1971 तक कुल 2 बिलियन डॉलर के हथियार बेचे थे.

ट्रेड डील ना होने पर लगाया टैरिफ

इससे पहले ट्रंप ने भारत के साथ 30 जुलाई तक कोई ट्रेड डील ना होने पर 25 फीसदी टैरिफ लगाया था. ट्रंप ने एक्स पर पोस्ट कर के कहा था कि भारत के साथ अमेरिका बहुत कम ट्रेड करता है लेकिन भारत बहुत ज्यादा टैरिफ लगाता है इसलिए वह भी भारत पर टैरिफ लगा रहे है. हालांकि इन आरोप के बीच भी दोनों देशो में ट्रेड डील को लेकर बातचीत जारी है और इसी महीने फिर से दोनों के बीच बातचीत होगी.

अच्छे बैक्टीरिया का बढ़ना भी हो सकता है नुक़सानदायक……’रोज़ दही खाना ख़तरनाक……

पाकिस्तान पर नरम है ट्रंप

पिछले कुछ महीने में भारत-अमेरिका के रिश्ते में कड़वाहट बढ़ गई है. भारत-पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध के बाद सीजफायर का क्रेडिट ट्रंप खुद को दे रहे है और दावा कर रहे है कि उन्होंने ही सीजफायर करवाया था. हालांकि भारत सरकार इससे इनकार कर रही है. टैरिफ को लेकर भी ट्रंप का रुख पाकिस्तान के प्रति नरम है और अमेरिका ने मात्र 15 फीसदी का टैरिफ लगाया है. इसके अलावा ट्रंप ने ऐलान किया है कि वह पाकिस्तान के साथ मिलकर एक ऑयल रिजर्व बनाएगा.

पाकिस्तान ने अमेरिका को कितने का हथियार बेचा है

2017 से अब तक अमेरिका ने पाकिस्तान को कुल अनुमानित वैल्यू लगभग 700–750 मिलियन डॉलर के आसपास रही है. वर्ष 2017 में लगभग 22 मिलियन डॉलर, 2018 में 65 मिलियन डॉलर और 2020 में 146 मिलियन डॉलर के हथियार पाकिस्तान को बेचे गए. 2019 में कोई हथियार बिक्री दर्ज नहीं हुई.

इसके अलावा, 2022 में अमेरिका ने पाकिस्तान को उसके F-16 फाइटर जेट बेडे की मेंटेनेंस और लॉजिस्टिक सपोर्ट के लिए 450 मिलियन डॉलर का एक बड़ा सौदा मंजूर किया. यह सौदा हथियारों की डायरेक्ट सप्लाई नहीं, बल्कि पहले से मौजूद F-16 बेडे की सर्विसिंग और अपग्रेड से जुडा था. कुल मिलाकर, अमेरिका द्वारा पाकिस्तान को हथियारों की बिक्री 2017 के बाद काफी सीमित रही है और यह ज्यादातर रक्षा सहयोग और मेंटेनेंस से संबंधित रही है.

Seema Reporter
Author: Seema Reporter

ताजा खबरों के लिए एक क्लिक पर ज्वाइन करे व्हाट्सएप ग्रुप

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement
लाइव क्रिकेट स्कोर