पहले ही मिल गए थे संकेत
पिछले सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन ही यह संकेत मिल गए थे कि सोमवार को मार्केट दबाव में रह सकता है। दरअसल, शुक्रवार को निफ्टी 22800 के अहम स्तर से नीचे चला गया था। यह आशंका पहले से ही जताई जा रही थी कि अगर निफ्टी इस लेवल से नीचे आ जाता है, तो गिरावट और चौड़ी हो सकती है। इसके अलावा, शुक्रवार को अमेरिकी मार्केट में भी गिरावट दर्ज हुई थी। इस वजह से भारतीय मार्केट के दबाव में रहने की आशंका थी, जो सही साबित हुई है।
आगे क्या संभावना?
एक्सपर्ट्स का कहना है कि बाजार विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की लगातार बिकवाली और ट्रंप टैरिफ से संबंधित वैश्विक अनिश्चितताओं से जूझ रहा है। चीनी स्टॉक मार्केट में तेज उछाल एक और निकट भविष्य की चुनौती है। उनका कहना है कि विदेशी निवेशक कुछ और समय तक भारत में बिकवाली और चीन में खरीदारी पर केंद्रित रह सकते हैं, क्योंकि चाइनीज स्टॉक आकर्षक बने हुए हैं। वहीं, अमेरिका में महंगाई की चिंता बढ़ सकती है और इसके मद्देनजर यूएस फेड रिजर्व नीतिगत ब्याज दरों में उम्मीद अनुरूप कटौती से बच सकता है। इस वजह से भी मार्केट में दबाव बना रह सकता है।
