
क्या पक रही है खिचड़ी…..’अजरबैजान ने भारत के दुश्मन के साथ की बड़ी डील…..
पहलगाम घटना के बाद पाकिस्तान और भारत के बीच जो हवाई संघर्ष शुरू हुआ, वो पूरी दुनिया ने देखा. इस संघर्ष को ईरान-इजराइल, रूस-यूक्रेन वॉर

कश्मीर पर बोला- अब समय आ गया है……’UNSC की कुर्सी मिलते ही पाकिस्तान ने फिर चली चाल……
आतंकवाद के सरपरस्त पाकिस्तान को जुलाई महीने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अगुवाई करने का मौका मिला है. अध्यक्षता का मौका मिलते ही

पड़ोसी देशों को लेकर चीन और पाकिस्तान रच रहे खतरनाक साजिश……’भारत को घेरने की नई प्लानिंग!
भारत की अपने पड़ोसी देशों के साथ चुनौती लगातार बढ़ती जा रही है. हालांकि भारत इन चुनौतियों का सामना करने को लेकर पूरी तरह से

टूट गए सारे सपने……’लग गई पाकिस्तान को 3 साल की सबसे बड़ी चोट…..
चीन की गोद और अमेरिका का दुलार पाकर पाकिस्तान घमंड में चूर था. लेकिन उसका सपना ऐसे टूटेगा, किसी को पता नहीं था. पाकिस्तान को

15 अगस्त से शुरू होगी सर्विस……’3000 में मिलेगा साल भर का Fastag रिचार्ज……
देश में नेशनल हाईवे पर अक्सर यात्रा करने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को कहा कि सरकार

इजराइल-ईरान की जंग में अपने लिए मौका देख रहा ये मुस्लिम देश…..’तुर्की, पाकिस्तान छोड़िए
इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष को 5 दिन हो गए हैं. मिसाइलें उड़ रही हैं, धमाकों की गूंज सुनाई दे रही है, और पूरा

जंग के बीच इस छोटे से देश ने कर दी ईरान की बड़ी मदद……’न पाकिस्तान-न तुर्किए-न सऊदी…..
इजराइल के ताबड़तोड़ हमलों से परेशान ईरान की मदद के लिए एक छोटा सा देश आगे आया है. यह देश है तुर्कमेनिस्तान जिसने पाकिस्तान, तुर्किए

इजराइल को दे रहा परमाणु हमले की धमकी……’भारत से मार खाकर ईरान का हमदर्द बना पाकिस्तान……..
पाकिस्तान से अपना देश संभाला नहीं जा रहा है और दूसरे देशों के युद्ध में कूदने की फिराक में है. भारत से मार खाए हुए

अब भारत के इस करीबी पड़ोसी को उंगलियों पर नचा रहा चीन……’न पाक न बांग्लादेश…..
भारत के दो पड़ोसी देश पाकिस्तान और बांग्लादेश में तो चीन की दखलअंदाजी कोई नई बात नहीं रही, लेकिन अब ड्रैगन ने भारत के एक

एक ने तो लिया 360 डिग्री का यू-टर्न…….’पांच देशों ने दुनिया में बढ़ाया भारत का मान……
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखाया. इस अभियान के बाद भारत ने दुनिया के अलग-अलग देशों में अपने प्रतिनिधिमंडल