IPL 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स अभी तक 9 मुकाबलों में सिर्फ 4 अंक हासिल कर सकी है और पॉइंट्स टेबल में आखिरी स्थान पर है. 25 अप्रैल को सनराइजर्स हैदराबाद ने पहली बार CSK को चेपॉक में हराया. ये CSK की इस सीजन सातवीं हार है. इतना ही नहीं सनराइजर्स से हारने के बाद अब वो अपने घर पर 4 मुकाबले गंवा चुकी है. वहीं इस दौरान 2019 के बाद पहली बार अपने घर पर ऑलआउट भी हुई. इस तरह करारी हार के साथ ही चेन्नई की टीम प्लेऑफ की रेस लगभग बाहर हो चुकी है. धोनी के रहते हुए चेन्नई की इतनी बुरी हालत देखकर अब सवाल उठने लगे हैं कि क्या उनके वजह से ही टीम आज खराब परिस्थिति में फंस गई है? CSK के पूर्व खिलाड़ी सुरेश रैना ने टीम के शर्मनाक प्रदर्शन के बाद इसका जवाब दिया है.
जानें इसके फायदे और नुकसान……’गर्मी में पपीता खाना चाहिए या नहीं…..
क्यों इस सीजन CSK की हालत खराब?
सुरेश रैना का मानना है कि इस बार मेगा ऑक्शन में चेन्नई सुपर किंग्स ने अच्छे खिलाड़ी नहीं खरीदे. उन्होंने कई खिलाड़ियों को जाने दिया. इसलिए सीएसके एक अच्छा स्क्वॉड और प्लेइंग-11 के लिए संघर्ष कर रही है. लेकिन इसमें किसकी गलती है फ्रेंचाइजी के मैनेजमेंट की या धोनी की? रैना ने इस बात का भी खुलासा किया. स्टार स्पोर्ट्स पर उनसे पूछा गया कि खिलाड़ियों को खरीदने और कोर ग्रुप बनाने में ज्यादा किरदार किसका रहता है? इसका जवाब देते हुए उन्होंने बताया कि धोनी को इसके लिए कॉल जरूर आता है, लेकिन वो इन फैसलों में इतना शामिल नहीं रहते हैं.
फ्रेंचाइजी के सीईओ काशी विश्वनाथन ही मुख्य रूप से ये सभी काम देखते हैं. धोनी सिर्फ अपने जरूरत के 4-5 खिलाड़ियों के नाम बता देते हैं. रैना ने मैनेजमेंट की आलोचना करते हुए कहा, “वो हमेशा एमएस को कॉल करते हैं. मुझे याद है कि मैं कभी भी ऑक्शन में नहीं गया और ना मेरी कभी उनसे इस बारे में चर्चा हुई. मैं हमेशा प्लेयर की बात करता था, जो रिटेन हो जाते थे वहां पर. लेकिन एमएस को कॉल आता था. हालांकि, वो इतना शामिल नहीं रहते थे. हर बार की तरह फ्रेंचाइजी में जो कोर ग्रुप आया है, उसे उन्होंने ही ऑक्शन किया है. धोनी ऐसा ऑक्शन नहीं कर सकता.”
खिलाड़ियों पर भड़के रैना
सुरेश रैना का मानना है कि इस सीजन चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेल रहे खिलाड़ी कप्तान की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर रहे हैं. उनके खराब प्रदर्शन की वजह से ही टीम हालत खराब हुई है. रैना ने कहा, “43 साल का होने के बावजूद वो कीपिंग कर रहे हैं, कप्तानी कर रहे हैं, पूरी टीम का बोझ अपने कंधों पर लेकर चल रहे हैं. धोनी सिर्फ एक ब्रांड के लिए खेल रहे हैं, उनके नाम के लिए खेल रहे हैं. एक फैंडम के लिए खेल रहे हैं. फिर भी वो कोशिश कर रहे हैं. लेकिन वह जो 10 खिलाड़ी हैं वो क्या कर रहे हो? जो 18 करोड़ के हैं, 17 करोड़, 12 करोड़ के हैं. आप ऐसी-ऐसी टीमों से हार रहे हैं, जिनसे कभी नहीं हारे. बार-बार वहीं गलती हो रही है.”
