जयपुर: 22 अप्रैल 2025 को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। भारत लगातार पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपना रहा है और तमाम बंदिशें भी लगाई गई हैं। इस बीच गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को निर्देश दिए हैं कि वह अपने-अपने यहां मॉक ड्रिल करवाएं। ऐसे में हम आपको बता रहे हैं कि राजस्थान में किन जगहों पर मॉक ड्रिल होगी।
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राजस्थान में इन जगहों पर मॉक ड्रिल-
पहला चरण
- कोटा
- रावत- भाटा
दूसरा चरण
- अजमेर
- अलवर
- बाड़मेर
- भरतपुर
- बीकानेर
- बूंदी
- गंगानगर
- हनुमानगढ़
- जयपुर
- जैसलमेर
- जोधपुर
- उदयपुर
- सीकर
- नाल
- सूरतगढ़
- आबू रोड
- नसीराबाद (अजमेर)
- भिवरी
- गंगटोक
तीसरा चरण
- फुलेरा (जयपुर)
- नागौर (मेड़ता रोड)
- जालोर
- बेवर (अजमेर)
- लालगढ़ (गंगानगर)
- सवाई माधोपुर
- पाली
- भीलवाड़ा
देशभर में कितनी जगहों पर मॉक ड्रिल?
देशभर के 244 चिह्नित जिलों में 7 मई को बड़े पैमाने पर सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल के आयोजन का निर्देश दिया गया है, जिसका मुख्य उद्देश्य नागरिकों को युद्ध जैसी आपात स्थिति, विशेष रूप से हवाई हमले या अन्य हमलों से निपटने के लिए तैयार करना है। यह ड्रिल नागरिकों को सुरक्षा उपायों, निकासी प्रक्रियाओं और आपातकालीन प्रतिक्रिया के लिए प्रशिक्षित करने पर केंद्रित होगी।
इस मॉक ड्रिल का प्राथमिक लक्ष्य नागरिकों को हवाई हमले या अन्य हमलों की स्थिति में शांत रहने, सुरक्षित आश्रय लेने और प्रशासन द्वारा जारी किए गए निर्देशों का पालन करने के लिए तैयार करना है। मॉक ड्रिल के दौरान हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बज सकते हैं। यह समझना आवश्यक है कि यह एक अभ्यास है, इसलिए घबराने की कोई जरूरत नहीं है। सायरन की आवाज सुनकर शांत रहें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
सायरन बजने पर तुरंत खुले इलाकों से हट जाएं और किसी सुरक्षित इमारत, घर, या बंकर में शरण लें। यदि आप बाहर हैं, तो नजदीकी इमारत में प्रवेश करें और सायरन बजने के 5-10 मिनट के भीतर सुरक्षित स्थान पर पहुंचने का अभ्यास करें। यदि आपके क्षेत्र में बंकर उपलब्ध हैं, तो वहां जाएं।
