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July 11, 2025 9:20 pm

भाई के पैसों में नहीं मिलेगी हिस्सेदारी……’रतन टाटा की सौतेली बहनों को बड़ा झटका…..

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रतन टाटा की सौतेली बहनों को बड़ा झटका लगा है. दरअसल, बॉम्बे हाई कोर्ट ने एक अहम बात साफ की है कि रतन टाटा की लिस्टेड और अनलिस्टेड कंपनियों में जो हिस्सेदारी है, वह उनकी दो फाउंडेशन को जाएगी. यह हिस्सेदारी उनकी सौतेली बहनों को नहीं मिलेगी. टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक यह स्पष्टीकरण तब आया, जब टाटा की संपत्ति के प्रशासकों ने हाई कोर्ट से पूछा कि दिवंगत उद्योगपति का इक्विटी पोर्टफोलियो किसे मिलेगा?

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कोर्ट ने हाल ही में इस बारे में आदेश दिया और इससे टाटा की वसीयत के प्रोबेट (कानूनी प्रक्रिया) का रास्ता खुल गया है. यह प्रक्रिया एक महीने में पूरी होने की उम्मीद है.

किसे मिलेगी हिस्सेदारी?

कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि रतन टाटा की लिस्टेड और अनलिस्टेड कंपनियों में हिस्सेदारी उनकी दो फाउंडेशन रतन टाटा एंडोमेंट फाउंडेशन (RTEF) और रतन टाटा एंडोमेंट ट्रस्ट (RTET) को दी जाएगी.इस हिस्सेदारी में उनकी सौतेली बहनों शिरीन और डीना जेजेभोय और मोहिनी दत्ता को कोई अधिकार नहीं मिलेगा. बता दें, मोहिनी दत्ता खुद को टाटा का दत्तक पुत्र बताते हैं और वे रतन टाटा के निकट सहयोगी भी रहे हैं.

कैसे आया यह फैसला?

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, यह फैसला तब सामने आया जब रतन टाटा की संपत्ति के प्रशासकों ने बॉम्बे हाई कोर्ट से यह जानने के लिए मार्गदर्शन मांगा कि उनकी इक्विटी हिस्सेदारी (शेयर पोर्टफोलियो) किसे दी जानी चाहिए. कोर्ट ने 16 जून 2025 को आदेश जारी करते हुए यह स्पष्ट कर दिया कि यह संपत्ति उनकी दोनों फाउंडेशनों के बीच समान रूप से (50:50 अनुपात में) बांटी जाएगी.

क्या था मामला?

हालांकि प्रशासकों में आपसी कोई विवाद नहीं था, लेकिन वे कुछ मामलों में लाभार्थी भी थे. साथ ही, अन्य उत्तराधिकारियों की ओर से टाटा की वसीयत से जुड़े परिशिष्टों पर सवाल उठाए गए थे. खासकर यह प्रश्न था कि वसीयत के खंड 4 से 8 में जिन लोगों उनकी सौतेली बहनों और मोहिनी दत्ता को लाभार्थी बताया गया था, उन्हें गैर-टाटा संस शेयर भी दिए जाएं या नहीं.

लेकिन, वसीयत के खंड 13 और चौथे परिशिष्ट के मुताबिक रतन टाटा की संपत्ति की अंतिम इच्छा में बदलाव किया गया था. कोर्ट ने साफ किया कि परिशिष्ट वसीयत पर प्रभावी होता है, और इसे सुप्रीम कोर्ट की पूर्व मिसालों का हवाला देते हुए मान्यता दी गई.

किन शेयरों पर फैसला हुआ?

रतन टाटा के पास 1,547 करोड़ रुपये से ज्यादा मूल्य के गैर-टाटा संस शेयर हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • TCS
  • टाटा मोटर्स
  • टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन
  • RNT एसोसिएट्स
  • प्रीतीश नंदी कम्युनिकेशंस
  • Curefit
  • अवंती फाइनेंस
  • Electra EV (इलेक्ट्रोड्राइव पावरट्रेन सॉल्यूशंस)
  • और कुछ विदेशी शेयर जैसे Howmet Aerospace और Alcoa Corp, जो NYSE पर लिस्टेड हैं.

इन सभी शेयरों को अब RTEF और RTET को बराबर हिस्सों में बांटा जाएगा.

टाटा संस के शेयरों का क्या?

टाटा संस में रतन टाटा की हिस्सेदारी की कीमत करीब 1,684 करोड़ रुपये आंकी गई है. उनकी वसीयत में इनका खासतौर पर उल्लेख किया गया है और इन्हें RTEF और RTET के बीच 70:30 अनुपात में बांटा जाएगा.

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