आज देशभर में भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव यानि रामनवमी बड़े ही धूमधाम से मनाई जा रही है इस दिन ही भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था तो पूरी धरती प्रफुल्लित हुई थी। रामनवमी के मौके पर देश के प्रमुश राम मंदिरों और घरों में श्रीराम की आराधना और दर्शन का दौर जारी है। उत्तरप्रदेश के अयोध्या जिले में स्थित श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में आज सुबह से ही दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ नजर आ रही है वहीं पर रौनक बढ़ी हुई है।
रामलला के दरबार में जन्मोत्सव की सारी तैयारियां पूरी हो गई है इस दौरान आज रामलला की पूजा करने के साथ ही सूर्य तिलक भी किया जाएगा। सूर्य तिलक के लिए इससे पहले शनिवार को सफल ट्रायल पूरा हो गया है।
जानिए कैसी है सूर्यतिलक की तैयारी
अयोध्या के श्रीराममंदिर आज रविवार को रामलला की पूजा की जाएगी तो वहीं पर इस दौरान करीबन 4 मिनट तक सूर्यतिलक की प्रक्रिया होगी। इसके लिए मंदिर के ऊपरी तल पर रिफ्लेक्टर और लेंस स्थापित किए गए हैं। ताकि सूर्य की किरणें सटीक रूप से रामलला के ललाट पर पहुंच सकें। यहां पर सूर्य की रश्मियां लेंस के माध्यम से दूसरे तल के मिरर पर पहुंचेंगी और फिर इन किरणों का टीका 75 मिलीमीटर के आकार में रामलला के ललाट पर दैदीप्तिमान होगा।
यह प्रक्रिया सूर्य की गति और दिशा पर निर्भर करेंगी। सूर्य तिलक के साथ-साथ रामलला का अभिषेक, श्रृंगार और अन्य धार्मिक कार्यक्रमों का लाइव प्रसारण किया जाएगा, ताकि देश-दुनिया के भक्त इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बन सकें।
जानिए अयोध्या मंदिर में कैसा है रामनवमी का शेड्यूल
यहां पर रामनवमी के मौके पर आज अयोध्या में शेड्यूल के अनुसार भगवान श्रीराम की पूजा की जाएगी। सुबह 9.30 बजे से 10.30 बजे तक होगा, रामलला का अभिषेक होगा। इसके बाद सुबह 10.30 बजे से 10.40 बजे तक पर्दा रहेगा, सुबह 10.40 बजे से 11.45 बजे तक पर्दा खुला रहेगा। सुबह 11.45 बजे भोग लगेगा जिस वक्त पर्दा रहेगा,श्रीरामलला का जन्म दोपहर 12.00 बजे होगा। इस शेड्यूल के दौरान भगवान राम की आरती और सूर्य-तिलक किया जाएगा। इस सूर्यतिलक के लिए शनिवार को आखिरी सफल ट्रायल हुआ है इसके लिए वैज्ञानिक कई दिनों तक प्रयास कर रहे थे।
आज सूर्य नारायण अपने कुल में जन्म ले रहे रामलला को तिलक लगायेंगे। आठ मिनट तक चले इस ट्रायल को कराने के दौरान इसरो के साथ-साथ आईआईटी रुढ़की और आईआईटी चेन्नई के एक्सपर्ट मौजूद रहे। रविवार की दोपहर ठीक 12 बजे भगवान सूर्य रामलला के ललाट का तिलक करेंगे।
