डेली कॉलेज जूनियर छात्रों के लिए 2 से 4 जुलाई 2025 तक जिम्मी मगिलिगन सेंटर में तीन दिवसीय प्रायोगिक कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को सतत विकास और स्थायी जीवनशैली से जुड़ी जानकारी प्रदान करना है।
कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने जिम्मी मगिलिगन पद्मश्री जनक पलटा मगिलिगन से मिलकर पर्यावरण संरक्षण, जैविक खेती, सौर ऊर्जा, वर्षा जल संचयन और कचरामुक्त जीवनशैली जैसी प्रगतिशील विधियों को जाना। केंद्र के निदेशक डॉ. जनक पलटा मगिलिगन ने अपने अनुभव साझा करते हुए छात्रों को जीवन में स्थिरता और जिम्मेदारी का संदेश दिया।
छात्रों ने औषधीय पौधों जैसे नीम, तुलसी, गिलोय, और हड़जोड़ को देखकर प्रकृति के अद्भुत उपचार गुणों को समझा। साथ ही, उन्होंने सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा से संचालित उपकरणों को देखकर प्रेरणा प्राप्त की। जैविक खेती और टिकाऊ भोजन बनाने की विधियों को भी छात्रों ने जाना, जिससे वे जागरूक और जिम्मेदार नागरिक बन सकें।
सुश्री दुर्गा सिंह और उनके साथी स्टाफ ने बताया कि यह कार्यक्रम “इमर्स एंड इंस्पायर” पहल का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य युवाओं में पर्यावरण के प्रति जागरूकता और हरित आदतें विकसित करना है।
जनक पलटा मगिलिगन ने अपने जीवन के अनुभव साझा करते हुए कहा कि जीवन में सततता का अभ्यास ही हमारे भविष्य को सुरक्षित बना सकता है। उन्होंने युवाओं को प्रेरित किया कि छोटे-छोटे कदम भी बड़े बदलाव ला सकते हैं।
यह यात्रा शिक्षा से परे एक हृदय परिवर्तनकारी अनुभव थी, जिसने छात्रों को प्रकृति के करीब लाकर उनके जीवन में बदलाव लाने का संकल्प दिलाया।
अगले दो दिनों में भी विभिन्न समूह कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस आयोजन में भाग लेने वाले छात्रों ने जिम्मी मगिलिगन केंद्र का आभार व्यक्त किया और हरित जीवनशैली को अपनाने का संकल्प लिया।
यह कार्यक्रम पर्यावरण संरक्षण के प्रति युवाओं के जागरूकता बढ़ाने और स्थायी जीवनशैली को प्रोत्साहन देने में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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