Chai Point IPO: ‘इंडिया रन्स ऑन चाय’ के नारे के साथ चाय पॉइंट अब सिर्फ एक चाय ब्रांड नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन चुका है. प्रयागराज महाकुंभ 2025 की अपार सफलता से प्रेरित होकर कंपनी अब IPO लाने की दिशा में आगे बढ़ रही है. तकनीक, परंपरा और स्वाद के अनोखे मेल से चाय पॉइंट भारतीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी अलग पहचान बना सकता है.
चाय पॉइंट ने महाकुंभ में बनाया रिकॉर्ड
Chai Point IPO: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में कई लोगों की किस्मत चमक गई, तो कई लोगों ने रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बनाया. इसी महाकुंभ में चाय बेचने वाली कंपनी ने भी एक दिन में 1 लाख कप चाय बेचकर रिकॉर्ड बनाया और अब यह कंपनी अपना आईपीओ लाने की तैयारी में जुट गई है. हिंदी के अखबार नवभारत टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, मशहूर कैफे चेन चाय पॉइंट ने अपने लिमिटेड एडिशन स्टोर्स के जरिए प्रयागराज के महाकुंभ में रिकॉर्ड तोड़ चाय की बिक्री की. इस कंपनी ने एक ही दिन में 1 लाख से ज्यादा कप चाय बेची. इसके बाद यह कंपनी की लोकप्रियता नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई. अब, चाय पॉइंट मई 2026 में आईपीओ लाने की योजना बना रही है.
महाकुंभ 2025 में चाय पॉइंट की धूम
प्रयागराज का महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन साबित हुआ है, जहां करोड़ों श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में स्नान करने आए. प्रयागराज महाकुंभ 2025 के दौरान चाय पॉइंट ने स्पेशल स्टोर्स लगाए, जो यात्रियों और श्रद्धालुओं के बीच बेहद लोकप्रिय हुए. नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी ने महाकुंभ में आने वाले भक्तों और पर्यटकों के लिए हाइजीनिक और स्वादिष्ट चाय तैयार कर बेची. उसकी चाय की लोकप्रियता का नतीजा यह रहा कि कंपनी ने एक दिन में रिकॉर्ड 1 लाख कप से ज्यादा चाय की बिक्री की. भारतीय संस्कृति और परंपरा के साथ ब्रांड की मजबूत पहचान बनी और इस सफलता ने आईपीओ लाने से पहले मार्केट में ब्रांड की मजबूत पकड़ बना दी.
चाय पॉइंट की शुरुआत और सफर
रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2009 में हार्वर्ड के प्रोफेसर तरुण खन्ना और उनके छात्र अमूल्य सिंह बिजराल को मुंबई के एक कैफे में चाय पीने के दौरान मन में विचार आया कि लोगों को साफ-सुथरी, हाई क्वालिटी वाली सस्ती चाय उपलब्ध कराई जाए. उन्होंने देखा कि सड़क किनारे गंदे माहौल में चाय बिक रही थी, जिससे उन्हें एक हाइजीनिक और किफायती चाय ब्रांड बनाने की प्रेरणा मिली. इन दोनों ने साल 2010 में बेंगलुरु के कोरमंगला में पहला आउटलेट खोला. साल 2012 के आते-आते उनकी कंपनी दिल्ली, मुंबई और पुणे तक पहुंच गई. वर्तमान में भारत में 170 से अधिक स्टोर्स हैं और अगले दो वर्षों में 300 नए स्टोर्स खोलने की योजना है.
IPO की तैयारी और बिजनेस मॉडल
- महाकुंभ में मिली अपार सफलता के बाद चाय पॉइंट मई 2026 में अपना आईपीओ लाने जा रही है.
- यह फ्रैंचाइजी मॉडल के बजाय स्वामित्व मॉडल (Company-Owned Model) पर काम करती है।
- हर महीने 10 नए स्टोर्स खोलने का लक्ष्य है, जिसे जल्द 20 स्टोर्स प्रति माह तक बढ़ाया जाएगा.
- कंपनी का EBITDA पहले ही पॉजिटिव हो चुका है और अगले 4-5 महीनों में PBT ब्रेक-ईवन का लक्ष्य है.
- चालू वित्त वर्ष में प्राइमरी प्लस सेकेंडरी कैपिटल राउंड आयोजित करने की योजना है.
महाकुंभ से मिली प्रेरणा और भविष्य की योजना
महाकुंभ में चाय पॉइंट की अपार सफलता ने कंपनी को यह एहसास दिलाया कि भारत में टेक्नोलॉजी और परंपरा का सही तालमेल ब्रांड को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकता है. इसी को ध्यान में रखते हुए कंपनी अपने स्मार्ट टी वेंडिंग बॉट्स पर भी जोर दे रही है.
स्मार्ट टी वेंडिंग मशीनें
- AI और IoT आधारित स्मार्ट टी वेंडिंग मशीनें (बॉट्स) ग्राहकों की पसंद को याद रखती हैं और हर बार एक जैसी चाय सर्व करती हैं.
- ये स्मार्ट टी वेडिंग मशीनें ऑफिस, अस्पताल, एयरपोर्ट और बिजनेस पार्कों में तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं.
- वर्तमान में 5,000 से अधिक बॉट्स लगाए जा चुके हैं, और हर महीने 750 नई मशीनें जोड़ने की योजना है.
चाय पॉइंट का सीक्रेट फॉर्मूला
कंपनी के संस्थापक तरुण खन्ना का कहना है कि चाय पॉइंट की चाय बनाने की विधि उतनी ही सीक्रेट और खास है, जितनी कोका-कोला और पेप्सी बनाने की है. मजाकिया लहजे में उन्होंने बताया, “जैसे हर किसी को लगता है कि उनकी मां की चाय सबसे अच्छी होती है, वैसे ही चाय पॉइंट की चाय भी उस पैमाने पर 8 या 9 नंबर पर होगी.”
अंतरराष्ट्रीय विस्तार की योजना
- कंपनी को विदेशों में स्टोर्स खोलने के प्रस्ताव मिले हैं, लेकिन वह सोच-समझकर विस्तार करने की रणनीति बना रही है.
- जल्द ही चाय पॉइंट अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारतीय चाय का परचम लहराने की योजना बना सकता है.
