Drone Industry: भारत-पाकिस्तान के बीच जारी संघर्ष 10 मई को थम गया. दोनों देशों ने इसकी पुष्टि की है. कश्मीर में सैलानियों पर हुए हमले के बाद दोनों देशों में शुरू हुआ तनाव भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद सैन्य संघर्ष में बदल गया. दोनों देशों ने एक-दूसरे पर मिसाइल और ड्रोन से भी हमला किया. इस संघर्ष में ड्रोन के इस्तेमाल ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा.भारत द्वारा पाकिस्तान पर चलाए गए ऑपरेशन में इजराइल के हारोप ड्रोन हों या फिर पाकिस्तान द्वारा भारत पर हमले में इस्तेमाल किए गए तुर्किए के ड्रोन. इस संघर्ष में ड्रोन एक मुख्य हथियार बनकर उभरे हैं. इसे देखते हुए भारत सरकार भी ड्रोन बनाने पर ज्यादा फोकस कर रही है.
देश में ये कंपनियां बना रही हैं ड्रोन
भारत की डिफेंस ड्रोन इंडस्ट्री आज तेजी से आगे बढ़ रही है. कई कंपनियां मिलकर सेना को आधुनिक ड्रोन दे रही हैं, जो दुश्मन की निगरानी करने और हमला करने में मदद करते हैं. इनमें Tata Advanced Systems, Adani Elbit, Adani Defence, Solar Industries, ZMotion, Raphe mPhibr और IdeaForge शामिल हैं. ये सभी कंपनियां भारतीय सेना को अलग-अलग तरह के ड्रोन बनाकर दे रही हैं.
कैसे ड्रोन बना रहा भारत
Drone Federation of India (DFI) के मुताबिक, भारत में लगभग हर तरह के ड्रोन बन रहे हैं. जिसमें Asteria Aerospace, Adani Defence निगरानी करने वाले ड्रोन बना रही हैं, तो Solar Industries और ZMotion नगास्त्र नाम का हमला करने वाला ड्रोन बना रही हैं. इनके अलावा Tata Advanced Systems ALS-50 नाम का हमला करने वाला ड्रोन बना रही है, तो Raphe mPhibr निगरानी और सामान पहुंचाने वाले ड्रोन.
मेड इन इंडिया पर फोकस
भारत की कंपनियां ड्रोन बनाने के ज्यादातर पुर्जे देश में ही तैयार कर रही हैं, जिससे बाहर से आयात कम करना पड़े. कंपनियों का कहना है कि वे ड्रोन इस तरह बना रही हैं कि वो भारत की सुरक्षा जरूरतों के हिसाब से बिल्कुल फिट बैठें.
