New Income Tax Bill Explained: देश को आज न्यू इनकम टैक्स बिल मिल सकता है, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इसे संसद में पेश कर सकती हैं। अब इस बात का ऐलान तो वित्त मंत्री ने बजट के दौरान ही कर दिया था, लेकिन उसके बाद से ही अटकलों का दौर शुरू हो चुका था- क्या पुरानी टैक्स रिजीम को समाप्त कर दिया जाएगा, क्या कोई नया टैक्स आएगा। अब ऐसे ही तमाम अटकलों को शांत करने के लिए आपके हर सवाल का जवाब यहां देते हैं।
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न्यू इनकम टैक्स बिल की क्यों जरूरत?
असल में देश में अभी तो इनकम टैक्स अधिनियम 1961 चल रहा है। यह भी 1 अप्रैल 1962 से प्रभावी हो चुका है। समय-समय पर इसमें कई संसोधन किए गए, उस वजह से प्रावधान भी बढ़ते चले गए। अब देखते ही देखते 63 सालों में यह इनकम टैक्स अधिनियम काफी ज्यादा जटिल हो चुका था, रिटर्न फाइल करना भी टैक्सपेयर्स के लिए एक बड़ी चुनौती था।
अब उसी चुनौती को खत्म करने के लिए सरकार न्यू इनकम टैक्स बिल लेकर आ रही है। सरकार की मंशा सिर्फ इतनी है कि चीजों को आसान बनाया जाए, बेफिजूल शब्दों को हटा दिया जाए, भाषा को पूरी तरह सरल रखा जाए। सरकार यह भी चाहती है कि एक आम टैक्सपेयर को रिटर्न फाइल करने के लिए अब चार्टर्ड अकाउंटेंट के पास नहीं भागना पड़े, पूरी प्रक्रिया को ही इतना सिंपल कर दिया जाए कि वो खुद आसानी से फाइल कर सके।
न्यू इनकम टैक्स बिल से क्या 4 बदलाव?
न्यू इनकम टैक्स बिल को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है। लेकिन जानकार बता रहे हैं कि सरकार 4 पहलुओं पर पूरा फोकस कर रही है।
क्या आयकर दरों में बदलाव हो सकता है?
अब सरकार की अभी तक की नीति देख लगता है कि आयकर दरों में कोई बदलाव नहीं होने वाला है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि जो आयकर में बदलाव वाले ऐलान होते हैं, उनका सीधा कनेक्शन वित्त अधिनियम से होता है और उनका कनेक्शन आम बजट से। ऐसे में जब यह नया बिल पेश किया जाएगा, इसकी गुंजाइश काफी कम है कि आयकर दरों में कोई बदलाव देखने को मिलेगा।
क्या ऐसे बदलाव करने की पहले कोशिश नहीं हुई?
कोशिश तो पहले भी कई बार हुई है, साल 2010 में ही यूपीए की सरकार ‘प्रत्यक्ष कर संहिता विधेयक, 2010’ लेकर आई थी, इसे संसद में पेश भी किया गया था, लेकिन बाद में विस्तृत चर्चा के लिए इसे स्थायी समिति के पास भेज दिया गया और फिर 2014 आते-आते सरकार बदलने की वजह से वो विधेयक ही निरस्त हो गया। वैसे अब तो माना जा रहा है कि न्यू इनकम टैक्स बिल तो आएगा ही, कई दूसरे बदलाव भी संभव हैं। पूरी कोशिश है कि आम आदमी की जिंदगी में सहूलियत लाई जाए।
