mouth Dryness: गर्मी के मौसम में अगर आप सही मात्रा में पानी ना पिएं तो शरीर में पानी की कमी हो सकती है और मुंह ड्राई हो सकता है. अगर मुंह में मौजूद सलाइवरी ग्लैंड सही तरीके से काम नहीं कर रहा है तो यह कई परेशानियों की वजह बन सकती है जिसे जेरोस्टोमिया (ज़ीर-ओ-स्टो-मी-उह) भी कहा जाता है
मायोक्लीनिक के मुताबिक, यह समस्या कई वजहों से हो सकती है. दरअसल, यह एक ग्लैंड है जो मुंह में लार बनाने और मुंह के अंदरूनी हिस्से को गीला रखने के लिए पर्याप्त लार बनाती हैं. यह समस्या अक्सर उम्र बढ़ने, कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट के रूप में या कैंसर में रेडिएशन थेरेपी की वजह से हो सकता है.
अगर आपके गले में दर्द है, मुंह के अंदर ड्राइनेस महसूस हो रही है, बैड स्मेल आ रहा है, चबाने या निगलने में मुश्किल हो रही है, दांतों पर लिपस्टिक चिपक जाते हैं तो समझ लें कि आपको ड्राई माउथ की समस्या है
कई बुजुर्गों में ये समस्या होती है. अगर आप लंबे समय से बीमार हैं, आप दवाओं का सेवन कर रहे हैं, न्यूट्रिशन का अभाव है तो यह भी ड्राई माउथ होने की वजह हो सकता है. ऐसे में भरपूर पानी पीना बहुत जरूरी है.
कई बार हेड या नेक यानी गर्दन में लगी किसी तरह की चोट या सर्जरी होने के बाद भी ऐसा लक्षण शुरू होता है. सर्जरी या चोट की वजह से नर्व डैमेज हो जाता है और सलाइवरी ग्लैंड अच्छी तरह से काम नहीं कर पाता है.
ड्राई माउथ की परेशानी डायबिटीज के मरीजों में भी देखने को मिलती है. ऐसे में अगर आप ड्राई माउथ की परेशानी से जूझ रहे हैं तो आप शुगर टेस्ट जरूर करा लें. इसके अलावा, मेंटल हेल्थ से जुड़ी परेशानी अल्जाइमर की बीमारी के लक्षणों में से एक है ड्राई माउथ का होना.
इसके अलावा, स्ट्रोक होने, मुंह में यीस्ट इंफेक्शन होने या ऑटो इम्यून डिजीज होने पर भी मुंह सूखने की परेशानी देखने को मिलती है. इसके अलावा, एचआईवी एड्स का भी एक लक्षण है, जिसमें मुंह बार-बार सूखता है.
अगर आप स्मोकर हैं या अधिक ड्रिंक करते हैं तो भी मुंह सूखने की परेशानी हो सकती है. इसके अलावा, जो लोग मुंह खोलकर सोते हैं उनमें भी यह समस्या आम है इसलिए अगर ऐसी समस्या हो तो लापरवाही ना बरतें और डॉक्टर से संपर्क करें.