हिंदी सिनेमा के दिग्गज लेखक-गीतकार जावेद अख्तर आज अपना 79वां जन्मदिन मना रहे हैं। लेखन के जादूगर कहे जाने वाले जावेद ने अपने करियर में से एक से बढ़कर एक स्क्रीनप्ले और गाने लिखे। जावेद को उनका शायराना अंदाज विरासत में मिला। उनके पिता जां निसार अख्तर एक कवि थे और मां भी मशहूर उर्दू लेखिका थी। आज जावेद अख्तर इंडस्ट्री की एक मशहूर शख्सियत हैं।
लेकिन इंडस्ट्री में जावेद अख्तर के लिए यह सफर आसान नहीं था। इसके लिए उन्हें कड़ी मेहनत करनी पड़ी। जावेद अख्तर जब पहली बार मुंबई में आए थे तो वे चार दिनों तक भूखे रहे थे। 19 साल की कम उम्र में वे 27 रुपए लेकर मुंबई पहुंचे थे। उनकी आंखों में बड़े सपने थे। इसके लिए 0उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा, लेकिन उन्होंने कभी भी हार नहीं मानी।
इसके बाद जावेद अख्तर की मेहनत रंग लाई और सलीम खान के साथ मिलकर उन्होंने एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्म लिखी। जावेद-सलीम की जोड़ी ने हिंदी सिनेमा को कई ब्लॉकबस्टर फिल्मे दी। इसके बाद 70 के दशक ऐसा पहली बार हुआ कि फिल्म के लेखकों को करोड़ों में फीस मिली। इसका खुलासा जावेद अख्तर की पत्नी और अभिनेत्री शबाना आजमी ने किया था।
गौरतलब है कि जावेद अख्तर ने शोले के अलावा दुनिया, खेल, जंजीर, डॉन, मिस्टर इंडिया और नमस्ते लंदन जैसी सुपरहिट फिल्मों की स्क्रिप्ट लिखी। हिंदी सिनेमा जगत में अपने योगदान के लिए जावेद अख्तर को राष्ट्रीय पुरस्कार, फिल्मफेयर और पद्म भूषण अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया।
साल 2023 में रिलीज हुई शाहरुख स्टारर फिल्म ‘डंकी’ में एक गान को लिखने के लिए जावेद अख्तर ने 25 लाख रुपये की फीस ली, जो अब तक किसी भी लेखक को एक गाने के लिए दी जाने वाली सबसे बड़ी रकम है। जावेद अख्तर द्वारा लिखे इस गाने को दर्शकों ने खूब पसंद भी किया। फिल्म ‘डंकी’ के आखिर में बजने वाला यह गाना पूरी फिल्म का सबसे लोकप्रिय गाना बना।