जयपुर : राजधानी जयपुर में महिला मित्रों को पुलिस के जबरन उठाकर ले जाने के मामले में पीड़ित महिलाओं ने गंभीर आरोप लगाए हैं। इसमें उन्होंने कहा कि सभी महिला मित्र कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के बुलावे पर मिलने के लिए उनके घर पहुंची थी। लेकिन किरोड़ी लाल मीणा वहां से निकल गए। इस दौरान पुलिस उन्हें बार-बार हटने को बोलकर धमकाती रही। यही नहीं पुलिस ने उन पर लाठियां भी भांजी। इसको लेकर एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ।
पीड़िता का आरोप बाबा के बुलावे पर मिलने पहुंची
बता दें कि सोमवार रात सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ। जिसमें दावा किया गया कि कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के आवास के बाद धरना देकर बैठी महिला विद्यार्थी मित्रों को पुलिस जबरन उठाकर ले गई। इस मामले में पीड़ित महिला मित्रों का आरोप है कि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने उनको बुलवाया था। बाबा के बुलावे पर महिला मित्र बड़ी उम्मीदों के साथ उनके घर पर मिलने पहुंची। लेकिन बाबा वहां से निकल गए। रात को पुलिस उन्हें बार-बार हटने को बोलकर धमकाती रही। इस दौरान पुलिस ने महिलाओं पर लाठियां भी भांजी। जिसमें कई महिलाओं को चोटें आई। महिलाओं का आरोप है कि महिला पुलिसकर्मी होने के बावजूद पुलिस कर्मियों ने बर्बरता पूर्वक महिला मित्रों को घसीटा और मारपीट की। इसके बाद उन्हें जयपुर से बाहर छोड़ दिया गया।
भाजपा के नारी वंदन का क्रूर चेहरा देख लीजिए : डोटासरा
इधर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी इस वीडियो को लेकर बीजेपी को जमकर गिरा है उन्होंने बीजेपी पर तीखा हमला बोलते भी एक पर लिखा। ‘भाजपा के नारी वंदन का क्रूर चेहरा देख लीजिए! शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वाली इन महिलाओं के साथ आधी रात को भजनलाल सरकार की बर्बरता ने प्रदेशवासियों का सिर झुका दिया। ये युवा मित्र अपनी नौकरी के लिए न्याय मांग रहे हैं, क्या न्याय के अधिकार के लिए सत्याग्रह गुनाह है?