जयपुर में ब्रेन डेड हुआ व्यक्ति तीन लोगों को नई जिंदगी दे गया। शहर के प्रताप नगर स्थित नारायणा हॉस्पिटल में शनिवार को राज्य का 59वां अंगदान किया गया। ब्रेन डेड व्यक्ति का लिवर और दोनों किडनी 3 मरीजों को डोनेट की गई, जो एसएमएस हॉस्पिटल और नारायणा हॉस्
एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. दीपक माहेश्वरी ने बताया- 44 साल के तेजस उपेन्द्र कुमार का 21 मई को एक्सीडेंट हो गया था। इसके बाद उनको इलाज के लिए नारायणा हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। इलाज के दौरान वह ब्रेन डेड हो गए। ब्रेन डेड के बाद डॉक्टरों की टीम ने परिवार को समझाकर अंगदान करने की अपील की तो परिजन तैयार हो गए।
नारायणा हॉस्पिटल में ब्रेन डेड युवक के अंगों को ट्रांसप्लांट किया गया।
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एसएमएस भेजा लिवर-किडनी
डॉक्टर माहेश्वरी ने बताया- एसएमएस हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने एक किडनी और लिवर दो अलग-अलग मरीजों के ट्रांसप्लांट किए। ये प्रक्रिया पूरी रात चली। सुबह ऑपरेशन सफल हुआ। किडनी कोटा के रहने वाले व्यक्ति के लगाई गई है।
वहीं, लिवर एक महिला मरीज के लगाया गया है। दूसरी किडनी नारायणा हॉस्पिटल में भर्ती एक मरीज को दान की गई। उन्होंने बताया कैडेवर ट्रांसप्लांट (शव प्रत्यारोपण) में एनओसी की जरूरत नहीं होती।
अस्पताल में भी मृतक को श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान अस्पताल स्टाफ भी मौजूद रहा।
हार्ट नहीं आ सका काम
डॉक्टरों के मुताबिक तेजस को इलाज के दौरान उसको दो बार सीपीआर दिया गया, ताकि उसको बचाया जा सके। ब्रेन डेड होने और सीपीआर करने के बाद हार्ट को ट्रांसप्लांट किया जाना संभव नहीं था। ट्रांसप्लांट के बाद बॉडी परिजनों को सौंप दी गई। डॉक्टरों के मुताबिक एसएमएस में लिवर ट्रांसप्लांट का ये दूसरा केस है।