Jaipur News: राजस्थान की उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने हाल ही में सार्वजनिक निर्माण, पर्यटन, कला एवं संस्कृति व पुरातत्व और सामान्य प्रशासन विभाग के अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की. इस बैठक में राज.हाउस के निर्माण पर विशेष चर्चा हुई, जिसमें उन्होंने अधिकारियों को राजस्थानी कला शिल्प का उपयोग करने के निर्देश दिए ताकि राजस्थान को हेरिटेज लुक मिल सके.
उन्होंने निर्माण और साज-सज्जा में मिरर वर्क, मोलेला वर्क और राजस्थानी हस्तशिल्प का उपयोग करने के लिए भी कहा. इसके अलावा, उन्होंने राजस्थान हाउस में डिजिटल लाइब्रेरी, ट्यूरिस्ट सेंटर और जनरल बिज़नेस सेंटर के निर्माण के निर्देश भी दिए. इस प्रस्तुतिकरण में राजस्थान हाउस के सम्पूर्ण विकास पर जोर दिया गया. यह कदम राजस्थान की संस्कृति और कला को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण साबित होगा.
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने राजस्थान हाउस के निर्माण में राजस्थानी कला शिल्प का उपयोग करने के निर्देश दिए. यह निर्देश सार्वजनिक निर्माण विभाग की बैठक में दिए गए, जिसकी अध्यक्षता दिया कुमारी ने की. इस बैठक में शासन सचिव प्रवीण गुप्ता, रवि जैन और जोगाराम भी उपस्थित थे. नई दिल्ली में निर्माणाधीन राजस्थान हाउस के संबंध में सार्वजनिक निर्माण विभाग ने प्रस्तुतिकरण दिया.
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने राजस्थान हाउस के निर्माण में राजस्थानी कला शिल्प का उपयोग करने के निर्देश दिए. यह निर्देश सार्वजनिक निर्माण विभाग की बैठक में दिए गए, जिसकी अध्यक्षता दिया कुमारी ने की. इस बैठक में शासन सचिव प्रवीण गुप्ता, रवि जैन और जोगाराम भी उपस्थित थे. नई दिल्ली में निर्माणाधीन राजस्थान हाउस के संबंध में सार्वजनिक निर्माण विभाग ने प्रस्तुतिकरण दिया.
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने राजस्थान हाउस के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि राजस्थानी कला शिल्प का उपयोग करके हेरिटेज लुक देना चाहिए और इसमें डिजिटल लाइब्रेरी, ट्यूरिस्ट सेंटर और जनरल बिज़नेस सेंटर भी शामिल होने चाहिए. इसके अलावा, उन्होंने एडवांस टेक्नोलॉजी की सुविधाओं से युक्त करने के निर्देश भी दिए. यह राजस्थान की संस्कृति और विकास को बढ़ावा देगा.
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने राजस्थान हाउस के निर्माण के लिए विशेष निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि इसमें राजस्थानी फूड की व्यवस्था होनी चाहिए और राजस्थानी निर्माण शैली का उपयोग करने से राजस्थान की कला संस्कृति की झलक दिखेगी. उन्होंने मिरर वर्क, मोलेला वर्क, राजस्थानी हस्तशिल्प और रंग रंगीले राजस्थान के चमकदार रंगों का उपयोग करने के निर्देश दिए. साथ ही, राजस्थान के लोकल मटेरियल का उपयोग करने और भवन में राजस्थान की कला संस्कृति की झलक दिखाने पर जोर दिया.